जामिया दंगे की जांच कर रही क्राइम ब्रांच की एसआईटी मंगलवार को जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी पहुंची है. आपको बता दें कि एसआईटी की इस टीम में एक एसीपी, केस के जांच अधिकारी इंस्पेक्टर व कुछ अन्य पुलिस कर्मी मौजूद हैं. इसके पहले सोमवार को शरजील को एक दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया था, जिसे आज 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. शरजील को जामिया दंगा भड़काने के आरोप में हिरासत में लिया गया था. मीडिया के सूत्रों का कहना है कि उसी मामले में कुछ जगहों पर तलाशी लेने के मकसद से पुलिस आज गयी है. इस एसआईटी टीम के साथ डीसीपी राजेश देव भी हैं.
आपको बता दें कि जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में 15 दिसंबर को हुई घटना से जुड़ी एक के बाद एक सनसनीखेज जानकारियां सामने आ रही है. किसी वीडियो में पुलिस की छात्रों पर ज़्यादतियां दिखाई दे रही है तो किसी वीडियो में छात्रों का झूठ सामने आ रहा है. हालांकि पुलिस का कहना है कि जो वीडियोज सामने आ रहे हैं उसकी जांच चल रही है. लेकिन इस पर कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने आ गई है.
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सोमवार को जो वीडियोज सामने आए हैं, उसमें जामिया यूनिवर्सिटी में भारी संख्या में छात्र घुसते दिखाई दे रहे हैं. उसमें कइयों ने अपने चेहरे को ढक रखा है. वहीं जो दूसरा वीडियो सामने आया है उसमें जामिया के अंदर से उपद्रवी तत्व सुरक्षाबलों पर पत्थर बरसा रहे हैं. वहीं, जामिया को-ऑर्डिनेशन कमिटी ने सोमवार को एक और वीडियो जारी किया है, जिससे पुलिस कार्रवाई के बारे में पता चलता है. इस वीडियो में पुलिस ने रीडिंग रूम में घुसकर कुर्सियां फेंकी और मेज उलट दिया. इसके बाद छात्रों पर लाठियां चलाईं.
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वहीं, वीडियो सामने आने के बाद जामिया यूनिवर्सिटी फिर से सुर्खियों में आ गई है और राजनीति भी तेज हो गई है. एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि, 'दिल्ली पुलिस ने झूठ कहा कि वो जामिया के अंदर नहीं घुसी. बल्कि दिल्ली पुलिस जामिया के अंदर घुसी और एक बच्ची की आंख को ज़ख्मी किया. वीडियो से पता चलता है कि बच्चे बाहर निकलना चाहते थे लेकिन पुलिस पीछे से बच्चों को मार रही थी.'