बीजेपी और नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्षी एकजुटता को बड़ा झटका लग सकता है। सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि उनकी पार्टी आम चुनावों में भ्रष्टाचार के दाग लगे लालू यादव के साथ साथ चुनावी गठबंधन नहीं करेगी।
उन्होंने साफ कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी किसी भी ऐस दल से गठबंधन नहीं करेगी जिस पर 'सांप्रदायिकता और भ्रष्टाचार के दाग' हों।
जब उनसे पूछा गया कि चारा घोटाला मामले में जेल में बंद लालू यादव के साथ उनकी पार्टी गठबंधन करेगी तो उन्होंने कहा, 'हमारी पार्टी सांप्रदायिक और भ्रष्टाचार के दाग वाले दलों के साथ गठबंधन नहीं करेगी।'
उन्होंने कहा, 'देश को बीजेपी मुक्त सरकार की जरूरत है।' उनकी पार्टी बाहर से सरकार को समर्थन दे सकती है जैसा उसने 1989, 1996 और 2004 में दिया था।
उन्होंने कहा सीपीएम ने तब भी ऐसा किया था और अब भी वैसा ही करेगी।
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वामदलों ने 1989 में वीपी सिंह की सरकार, 1996 में देवेगौड़ा की सरकार और 2004 में यूपीए-1 के दौर में मनमोहन सिंह की सरकार का बाहर से समर्थन किया था।
उन्होंने नाराज़गी जताते हुए कहा कि कुछ मीडिया संस्थान 2019 के चुनावों को दूसरी शक्तियों को नज़रअंदाज़ कर नरेंद्र मोदी बनाम राहुल गांधी करार दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'दूसरी ताकतों को नज़रअंदाज़ करना गलत है। .... नरेंद्र मोदी के खिलाफ विकल्प न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाकर तैयार किया जाएगा। ताकि सांप्रदायिक शक्तियों और बीजेपी की गलत आर्थिक नीतियों को चुनौती दी जा सके।'
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Source : News Nation Bureau