SKM to hold marches to Raj Bhawans: आने वाले 26 नवंबर से फिर से किसान आंदोलन की गूंज सुनाई देगी. संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐलान किया है कि वो 26 नवंबर से देश के सभी राज्यों की राजधानियों में स्थित राज भवन की तरफ मार्च करेंगे. दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में संयुक्त किसान मोर्चा ने इसका ऐलान किया है. इस मार्च के बाद किसान नेता राज्यपालों को मेमोरेंडम सौंपेंगे, जो राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संबोधित होगा. दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं दर्शन पाल, हन्ना मुल्ला, युद्धवीर सिंह, अवीक साहा और अशोक धावने ने इस मार्च का ऐलान किया.
एमएसपी और केंद्रीय मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग
संयुक्त किसान मोर्च ने मांग की है कि उन सभी फसलों को जिनपर सरकार एमएसपी की गारंटी लेती है, उसमें किसानों के लिए 50 फीसदी के फायदे के बाद ही मिनिमम सपोर्ट प्राइस तय किया जाए. ताकी किसानों की अपनी जरूरत लायक आमदनी हो सके. सरकार एमएसपी को कानूनी दर्ज देते हुए इसका प्रावधान करे. किसानों की मुख्य मांगों में से एक मांग है केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर कार्रवाई की.
किसानों ने रखी ये मांगे
संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने सरकार के सामने किसानों की फसल नष्ट होने की सूरत में तुरंत मदद पहुंचाने और फसलों के बीमा के लिए सही स्कीम शुरू करने की मांग की है. इसके अलावा सभी किसानों को 5 हजार रुपये प्रति माह के पेंशन की मांग की गई है. किसान नेताओं ने किसान आंदोलन के दौरान दर्ज किये गए मुकदमों को वापस लेने की भी मांग रखी है. बता दें कि 26 नवंबर 2020 को किसानों ने दिल्ली मार्च किया था.
HIGHLIGHTS
- राज भवनों तक मार्च करेंगे किसान
- देश के हर राज्य में किसान करेंगे मार्च
- राष्ट्रपति को संबोधित मेमो राज्यपालों को सौंपेंगे
Source : News Nation Bureau