अक्सर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले मोदी सरकार में मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि विरोधियों पर यह कहते हुए निशाना साधा है कि कुछ लोग जिंदा और मुर्दा में फर्क नहीं करते हैं।
समाचार एजेंसी के मुताबिक उन्होंने कहा, 'तथाकथित बुद्धिजीवी अंतरात्मा को नहीं समझते हैं, उनके लिए जिंदा और मुर्दा में कोई फर्क नहीं है क्योंकि दोनों के शरीरों के अंग एक जैसे दिखते हैं। इन लोगों को लगता है कि केवल मानव शरीर की जरूरतों को पूरा करना ही जीवन है।'
बता दें कि इससे पहले भी हेगड़े ने विवादित बयान दिया था। इससे पहले भी उन्होंने विपक्षी दलों के नेताओं की तुलना जानवरों से की थी। प्रधानमंत्री से तुलना करते हुए उन्होंने विपक्षियों को 'बंदर' और 'गधा' तक कह डाला था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टाइगर बताते हुए उन्होंने कहा था कि लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दल 'कौवा', 'बंदर' और 'भालू' की तरह एक साथ आ गए हैं।
उन्होंने कहा था, 'एक तरफ टाइगर खड़ा है तो दूसरी ओर बंदर और गधे हैं। वर्ष 2019 में आपको यह फैसला करना है कि टाइगर की जीत हो या बंदर और गधे की।'
हेगड़े के इस बयान के बाद राजनीतिक पारा चढ़ गया है। विपक्षी दलों ने जमकर उनकी आलोचना की है। वहीं कांग्रेस और जेडीएस ने हेगड़े को केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है।
मोदी सरकार की तारीफ करते हुए हेगड़े ने कहा, 'अब हम प्लास्टिक की कुर्सियों का इस्तेमाल बैठने के लिए कर रहे हैं। यह स्थिति कांग्रेस पार्टी की वजह से आई है। यदि बीजेपी कई दशक तक सत्ता में रही होती तो अब तक लोगों को चांदी की कुर्सियों पर बैठने को मिलता।'
बता दें कि इससे पहले विधानसभा चुनाव के दौरान हेगड़े ने राहुल गांधी को 'खोटा हिंदुत्ववादी' कहा था। हेगड़े की यह प्रतिक्रिया तब आई थी जब विधान सभा चुनाव से पहले राहुल गांधी लगातार मंदिरों में जाकर वहां दर्शन कर रहे थे।
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Source : News Nation Bureau