दुबई से 190 लोगों के साथ आ रही एअर इंडिया (Air India) एक्सप्रेस की एक उड़ान शुक्रवार को यहां भारी बारिश के बीच लैंडिंग के दौरान हवाईपट्टी पर फिसलने के बाद खाई में जा गिरी. गिरने के बाद विमान दो हिस्सों में टूट गया और उसमें सवार अब तक 19 लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में मुख्य पायलट कैप्टन दीपक साठे और उनके सह-पायलट अखिलेश कुमार भी शामिल हैं. साठे भारतीय वायु सेना में पहले विंग कमांडर रह चुके थे. विमान में 10 नवजात समेत 184 यात्री, दो पायलट और चालक दल के चार सदस्य थे. यह वंदे भारत मिशन के तहत भारतीयों को वापस घर लाने के लिए उड़ान थी.
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विमान हादसे के बाद अब ये पता लगाने की कोशिशें की जा रही है कि आखिर क्रैश से पहले क्या हुआ था. हालांकि प्लेन के अंदर रखे ब्लैक बॉक्स से काफी हद तक जानकारी मिल जाएगी, लेकिन इससे पहले रीयल टाइम एयर ट्रैफिक से जानकारी लेने की कोशिश की जा रही है. रीयल टाइम एयर ट्रैफिक दिखाने वाली एक वेबसाइट से पता चला है कि रनवे पर स्थिति को पायलट भांप गए होंगे, तभी तो उन्होंने एयरपोर्ट का चक्कर लगाया था. जिस लैंडिंग के बाद यह हादसा हुआ, वह दूसरी लैंडिंग थी.
बेवसाइट के अनुसार, पायलट ने पहली बार में लैंडिंग करने से कुछ समय पहले उसे टाल दिया था. बेशक पायलट को रनवे की स्थिति से लैंडिंग में खतरा दिख रहा होगा. यह पता चला है कि पहली बार रनवे का आकलन करते हुए पायलट ने विमान को आगे निकाल लिया था और लैंड नहीं की थी. जिसके बाद दूसरी बार लैंडिंग की गई, लेकिन विमान अचानक फिसलकर रनवे के बगल में खाई में जा गिर गया.
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इस विमान हादसे में बचाए गए एक यात्री रियास ने कहा कि लैंडिंग से पहले विमान ने दो बार हवा में हवाईअड्डे का चक्कर लगाया. उन्होंने एक टीवी चैनल को बताया, 'मैं पीछे की सीट पर था. एक तेज आवाज हुई और मुझे नहीं पता उसके बाद क्या हुआ.' जबकि एक अन्य यात्री फातिमा ने कहा कि विमान काफी ताकत से नीचे उतरा और आगे बढ़ा. डीजीसीए के बयान में कहा गया कि हवाईपट्टी-10 पर उतरने के बाद विमान रुका नहीं और हवाईपट्टी के अंत तक पहुंचकर खाई में गिरने के बाद दो हिस्सों में टूट गया. बता दें कि एअर इंडिया एक्सप्रेस के बेड़े में सिर्फ बी737 विमान हैं.
बारिश के बीच विमान हादसे के बाद वहां का मंजर खौफनाक था. स्थानीय नागरिकों और पुलिस के सात मिलकर बचाव कर्मियों ने विमान से घायलों को बाहर निकालने में फुर्ती दिखाई. विमान तेज आवाज के साथ दो बड़े टुकड़ों में टूट गया था और यात्रियों को समझ ही नहीं आया कि पलभर में क्या हो गया. इलाके में चीख पुकार मची थी, एंबुलेंसों की सायरन की आवाज से स्थानीय घबरा उठे थे.
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इस हादसे पर नागर विमानन मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि वह विमान हादसे से बहुत दुखी और व्यथित हैं. उन्होंने बताया कि एअर इंडिया और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के राहत दलों को दिल्ली और मुंबई से तत्काल भेजा गया है. हरदीप पुरी ने ट्वीट किया, 'यात्रियों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं. विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) हादसे की औपचारिक जांच करेगा.'