Hathras Stampede: हाथरस सत्संग में मची भगदड़ में 123 लोगों की मौत हो गई. उसी दिन से सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा अंडरग्राउंड है. पुलिस यूपी के कई जिलो में खाक छान रही है, लेकिन भोले बाबा तक नहीं पहुंच पा रही है. इस बीच भोले बाबा ने मीडिया में आकर पहली बार बयान दिया है तो क्या भोले बाबा की लोकेशन ट्रैस हो गई है. जानिए इनसाइड स्टोरी. बता दें कि भोले बाबा ने अपने बयान में कहा, ‘हम 2 जुलाई की घटना के बाद बहुत ही व्यथित हैं. प्रभु हमें इस दुख की घड़ी से उभरने की शक्ति दे. सभी शासन और प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें. हमें विश्वास है कि जो भी उपद्रवकारी हैं, उनको बख्शा नहीं जाएगा.’
'भोले बाबा मैनपुरी आश्रम में ही है, वो...'
यूपी पुलिस अब तक भोले बाबा की तलाश में जुटी हुई है. इसके लिए पुलिस उत्तर प्रदेश और एमपी के कई जिलों में दबिश दे रही है. पुलिस भोले बाबा की तलाश में मैनपुरी, कासगंज और आगरा में मौजूद उसके आश्रमों तक पहुंच चुकी है. इसके अलावा फर्रुखाबाद, बदायूं, अलीगढ़, नोएडा और कानपुर में भी बाबा को खोजा जा रहा है. मगर अब तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है. हालांकि बाबा के भक्त ही ये इशारा कर रहे हैं कि बाबा मैनपुरी आश्रम में ही है, वो कहीं भागा नहीं है.
मैनपुरी आश्रम में मिली थी लास्ट लोकेशन
भोले बाबा की लास्ट लोकेशन मैनपुरी आश्रम मिली थी. बाबा के फोन लोकेशन 3 बजे से 4:35 तक मैनपुरी के आश्रम में मिली. इस दौरान दौरान तीन नंबरों पर बाबा ने बात की. पहला नंबर महेश चंद्र नाम के शख्स का था, जिससे 3 मिनट की बात हुई है. दूसरा नंबर किसी संजू यादव का था, जिससे केवल 40 सेकंड बात हुई. तीसरा नंबर किसी रंजना का था. जिससे बाबा की बात करीब 11 मिनट 33 सेकंड की हुई. खास बात ये है कि रंजना देव प्रकाश आयोजक की पत्नी है, जिसके फोन से शायद देव प्रकाश ने बातचीत की थी. जबकि दो नंबर भी आयोजक समिति के सदस्यों के निकले.
मैनपुरी आश्रम में ही बाबा के छिपे होने के दावे
भोले बाबा के मैनपुरी स्थित आश्रम में उसके छिपे होने का दावा लगातार किया जा रहा है. ये आश्रम काफी भव्य बना हुआ है, जिसके प्रवेश द्वार पर सोने की तरह चमचमाता हुआ लोहे से बना बड़ा सा दरवाजा लगा हुआ है. बाहर से देखने वालों को इसकी भव्यता का खुद अहसास कराने लगता है. आश्रम के चारों तरफ दस से पंद्रह फीच ऊंची चारदीवारी बनी है, जिसके अंदर जाने के लिए भोले बाबा की इजाजत लेनी पड़ती है. दरवाजे पर ही सुरक्षा जांच होती है. इसके बाद इसी 20 से 25 फीट ऊंचे भव्य प्रवेश द्वार से होकर बाबा के दरबार में आने वाले भक्तों को गुजरना पड़ता है. भोले बाबा की प्राइवेट आर्मी के जवानों चप्पे-चप्पे पर तैनात रहते हैं.
'रहस्य लोक से कम नहीं बाबा के ये आश्रम'
बाबा को ये आश्रम किसी 'रहस्य लोक' से कम नहीं है, क्योंकि ये 21 बीघे में फैला हुआ है. इसकी दीवारें सफेद रंग में रंगी हुई हैं. इसके अंदर आलीशान कमरे बने हुए हैं. ये आश्रम जिस जमीन पर बना हुआ है, वो चार साल पहले बाबा को गिफ्ट में मिली थी. फिर इस जमीन पर करोड़ों रुपए खर्च कर बाबा ने अपना शानदार आश्रम बनवाया. इस आश्रम के 6 आलीशान कमरों में खुद भोले बाबा रहते हैं, जबकि आश्रम के अंदर बने बाकी के छह कमरों में भोले बाबा के बेहद करीबी सदस्यों के साथ खास सेवादार रहते हैं.
आश्रम के अंदर कैफेटेरिया और खास किचन है. इसमें ऐशो आराम की तमाम सुविधाएं मौजूद हैं. हाथरस में हुए हादसे के बाद भोले बाबा लापता है. उनके तमाम आश्रमों के बारे में जानकारियां मिल रही है. बाबा का मैनपुरी वाला ये आश्रम किसकी जमीन पर बना है. आश्रम का नक्शा पास है या नहीं. इसका जवाब स्थानीय प्रशासन के पास भी नहीं है. भोले बाबा 5 दिनों से अंडरग्राउंड है. पुलिस उसकी लोकेशन ट्रैस नहीं कर पा रही है, लेकिन स्थानीय लोगों का दावा है कि बाबा मैनपुरी वाले आश्रम में ही छिपा हुआ है.
Source : News Nation Bureau