खुले स्थान पर लोगों को छींकने और कोरोना वायरस (Corona Virus) का प्रसार करने के लिए उकसाने के आरोपी एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा था, ‘आएं साथ आएं, बाहर निकलें और खुले में छींके और वायरस फैलाएं.’ बेंगलुरु के संयुक्त पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने एक बयान में कहा, ‘‘जिस व्यक्ति ने लोगों से खुले में छींकने और वायरस फैलाने की बात कही थी, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. वह एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता है.’’
इस बीच आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) ने शुक्रवार को कहा कि उसने कोरोना वायरस से संबंधित सोशल मीडिया पर ‘‘अनुचित पोस्ट’’ करने वाले कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया है. इंफोसिस ने अपने आधिकारिक हैंडल पर एक ट्वीट किया कि कर्मचारी द्वारा सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट आचार नियमावली के खिलाफ है. उसने कहा, ‘‘इंफोसिस ने अपने एक कर्मचारी द्वारा सोशल मीडिया पोस्ट पर अपनी जांच पूरी कर ली है, और हम मानते हैं कि यह गलत पहचान का मामला नहीं है.’’
दुनिया भर में कोरोना के कहर के बीच भारत में आज कोरोना लॉकडाउन का चौथा दिन है. भारत में भी इस महामारी के मामले बढ़ते जा रहे है. भारत में कोरोना से मरने वालों की संख्या 20 पहुंच चुकी है और 800 ज्यादा लोग इससे संक्रमित हो चुके है. कोरोना वायरस ने दुनिया भर में 6 लाख से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर रखा है और इसकी संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है. दुनिया भर में अब तक 26,367 लोग कोरोना की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं.
उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को लोगों को चेताया कि वे कोविड-19 को लेकर फर्जी जानकारी पोस्ट या साझा न करें क्योंकि ऐसा करने वालों को दंडित किया जाएगा. राज्य सचिवालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि सोशल मीडिया पर एक ऐसी खबर चल रही है कि एक डॉक्टर कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज को देखने के बाद बीमार पड़ गया. जांच एजेंसियां इस गलत जानकारी की तह तक पहुंचने का प्रयास कर रही हैं. उन्होंने कहा कि यह जानकारी पूरी तरह से गलत है. उन्होंने लोगों से ऐसी जानकारियां नहीं साझा करने की अपील करते हुए कहा कि ऐसे करने वालों को दंडित किया जाएगा.
Source : Bhasha