पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी के निधन पर शोक जताया और इसे एक बड़ी क्षति बताया। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा, 'सोमनाथ दा के निधन पर दुखी हूं। उनके परिवार और चाहने वालों के प्रति मेरी संवेदनाएं। यह हमारे लिए एक बड़ी क्षति है।' सोमनाथ चटर्जी (89) का लंबी बीमारी और दिल का दौरा पड़ने के बाद सोमवार को निधन हो गया। चटर्जी की हालत रविवार को दिल का दौरा पड़ने के बाद से काफी गंभीर थी।
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमनाथ चटर्जी को भारतीय राजनीति का एक मजबूत शख्सियत बताया जिन्होंने संसदीय लोकतंत्र को समृद्ध किया। मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'चटर्जी गरीबों और कमजोर लोगों के कल्याण की एक मजबूत आवाज थी। उनके निधन से दुख हुआ। मेरी संवेदना उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं।'
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी पूर्व लोक सभा अध्यक्ष की मौत पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, 'लोक सभा के पूर्व अध्यक्ष और सदन में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराने वाले वरिष्ठ सांसद श्री सोमनाथ चटर्जी के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। बंगाल और पूरे भारत ने एक संवेदनशील लोक सेवक खो दिया है। उनके परिवार और अनगिनत चाहने वालों के प्रति मेरी शोक- संवेदनाएं।'
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा, 'पूर्व लोक सभा स्पीकर श्री सोमनाथ चटर्जी के निधन पर दुखी हूं। वह एक उत्कृष्ठ सासंद थे जो 10 बार लोक सभा अध्यक्ष चुने गए थे। वे हमेशा मिलनसार थे और लोगों की समस्याओं को प्रमुखता दी। वे अपने सिद्धांतों पर हमेशा खड़े रहे।'
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, '10 बार सांसद रहे और लोक सभा के पूर्व स्पीकर श्री सोमनाथ चटर्जी के निधन पर दुखी हूं। वह एक संस्था थे। पार्टी लाइन से अलग सभी सांसदों के द्वारा सबसे ज्यादा सम्मानित और प्रशंसनीय। दुख के समय में उनके परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।'
सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा, 'कई दूसरे पार्टी नेताओं के साथ सोमनाथ चटर्जी ने भी अपने शरीर को मेडिकल रिसर्च के लिए दान दे दी थी। पहले उनके शव को पार्टी कार्यालय में रखा जाएगा जहां उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी जाएगी। फिर शव को पश्चिम बंगाल विधानसभा ले जाया जाएगा।'
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येचुरी ने कहा, 'पश्चिम बंगाल विधानसभा के बाद उनके शव को अस्पताल को सौंप दिया जाएगा। अंतिम कार्यक्रम उनके परिवार से संपर्क करने के बाद तय किया जाएगा।'
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'सोमनाथ चटर्जी के बारे में अत्यंत दुखद खबर। समकालीन समय के सबसे महान सांसदों में एक। उन्हें देश के द्वारा हमेशा याद किया जाएगा। उन्हें भारत के महानतम लोक सभा स्पीकर के रूप में याद किया जाएगा।'
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1968 से 2008 तक सीपीएम के सदस्य रहे सोमनाथ चटर्जी पहली बार 1971 में लोक सभा सांसद बने थे। इसके बाद वह 10 बार लोक सभा के सदस्य बने। हालांकि 1984 में जाधवपुर लोक सभा सीट से ममता बनर्जी ने उन्हें मात दी थी और वह पहली बार ममता लोक सभा सांसद बनी थी।
2004 में बोलपुर लोक सभा से जीतकर आए सोमनाथ चटर्जी लोक सभा में प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किए गए थे फिर बाद में जून 2004 से वे आम सहमति से अध्यक्ष पद पर बने रहे।1996 में सोमनाथ चटर्जी को उत्कृष्ठ सांसद का पुरस्कार मिला था।
Source : News Nation Bureau