कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) की बैठक में आज यानी शनिवार को बड़ा फैसला लिया गया. तमाम अटकलों को दरकिनार करते हुए सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष (Congress New President) बनाया गया. सीडब्ल्यूसी की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए रणदीप सुरजेवाल ने बताया कि बैठक में तीन प्रस्ताव पेश हुए. पहले प्रस्ताव में राहुल गांधी के काम की तारीफ की गई. राहुल गांधी ने पार्टी को शानदार नेतृत्व दिया. उन्होंने व्यापारियों, किसानों, मजदूर, दलित, महिलाओं, आदिवासियों के लिए आवाज उठाई.
वहीं दूसरे प्रस्ताव में राहुल गांधी को अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए कहा गया. लेकिन राहुल गांधी ने बड़ी विनम्रता के साथ इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया. जिसके बाद तीसरा प्रस्ताव पेश किया गया. इस प्रस्ताव में सोनिया गांधी को अध्यक्ष बनाने की बात कही गई.
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रणदीप सुरजेवाला ने बताया, 'सीडब्ल्यूसी ने यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी से अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष बनने की मांग की, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया. नया पार्टी अध्यक्ष चुने जाने तक सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष रहेंगी.'
K C Venugopal: CWC expressed serious concerns over situation in J&K including reports of clampdown, news blackouts, arrests & detentions of Indian political leadership of J&K. CWC calls upon govt to act in transparent fashion & permit a delegation of opposition parties in J&K. https://t.co/VoducmBi7y
— ANI (@ANI) August 10, 2019
इसके अलावा बैठक में जम्मू-कश्मीर को लेकर भी प्रस्ताव पास किया गया. जिसमें राज्य के मौजूदा हालात को लेकर चिंता जताई गई.
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इससे पहले नए अध्यक्ष को लेकर सुबह हुई सीडब्ल्यूसी (CWC) बैठक के बाद नेताओं ने पांच अलग-अलग समूहों में मंथन किया. इन समूहों के परामर्श के आधार पर सीडब्ल्यूसी की बैठक रात 8 बजे करने का फैसला लिया गया.
रात 8 बजे से शुरू हुई दूसरी बैठक में सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाने पर सहमति बनी. सीडब्ल्यूसी के नेताओं को पांच अलग अलग समूहों- पूर्वोत्तर क्षेत्र, पूर्वी क्षेत्र, उत्तर क्षेत्र, पश्चिमी क्षेत्र और दक्षिण क्षेत्र- में बांटकर परामर्श बैठकें हुईं. करीब 400 नेताओं से रायशुमारी की गई.
बता दें कि लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि तब से लेकर आज तक उनका इस्तीफा स्वीकर नहीं किया गया था. शनिवार को सीडब्ल्यूसी की बैठक में उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया. राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए कहा था कि गांधी परिवार से किसी को अध्यक्ष नहीं बनाया जाए. लेकिन एक बार फिर से कांग्रेस की कमान गांधी परिवार के हाथ में आ गई है. देखना है कि राहुल गांधी इसपर क्या कहते हैं.
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गौरतलब है कि 1998 से 2017 तक सोनिया गांधी कांग्रेस की कमान संभाल चुकी हैं. इसके बाद राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया था. लेकिन उनके इस्तीफे के बाद कांग्रेस का अध्यक्ष पद एक तरह से खाली थी. 3 महीने बाद आखिरकार शनिवार को सोनिया गांधी को कांग्रेस की कमान फिर से सौंप दी गईं.
Source : मोहित राज दूबे