अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने देश के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा के लिए शनिवार को पार्टी के लोकसभा सदस्यों की बैठक बुलाई है. कांग्रेस सूत्रों न बताया कि चीन सीमा के ताजा हालात और कोरोना के कारण चरमराई अर्थव्यवस्था बैठक के मुद्दे हो सकते हैं. इन मुद्दों को लेकर सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है. हालांकि यह बैठक ऐसे समय में बुलाई गई है, जब सरकार ने राजीव गांधी फाउंडेशन की फंडिंग की जांच के लिए अंतर-मंत्रालयी जांच समिति गठित की है. पार्टी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और आरोपों का खंडन किया है.
यह भी पढ़ें: चीन की दादागीरी पर कसेगी लगाम! मालाबार नौसैनिक अभ्यास के लिए भारत देगा ऑस्ट्रेलिया को न्योता
इस फाउंडेशन की अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं. अन्य न्यासियों में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, भूतपूर्व योजना आयोग के पूर्व उपप्रमुख मोंटेक सिंह अहलुवालिया, सुमन दूबे, अशोक गांगुली और संजीव गोयनका शामिल हैं. राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट (आरजीसीटी) की स्थापना 2002 में की गई थी और इसका लक्ष्य 'देश के वंचित खासकर ग्रामीण गरीबों की विकास जरूरतों को' तथा उत्तर प्रदेश और हरियाणा में काम को देखना था. आरजीसीटी के न्यासियों में सोनिया गांधी (प्रमुख), राहुल गांधी, अशोक गांगुली और बंसी मेहता हैं. इसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीप जोशी हैं.
यह भी पढ़ें: राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को गिराने की साजिश रचने का खुलासा, SOG में दर्ज हुई FIR
केंद्र सरकार ने बुधवार को एक अंतर-मंत्रालयी टीम गठित की, जो राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) एवं नेहरू-गांधी परिवार से संबंधित दो अन्य न्यासों द्वारा धनशोधन और विदेशी चंदा सहित विभिन्न कानूनों के कथित उल्लंघन के मामलों की जांच करेगी. सरकार के इस निर्णय से पहले भाजपा ने आरजीएफ के चीनी दूतावास से अनुदान प्राप्त करने को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला था और सवाल किया था कि क्या यह भारत और चीन के बीच मुक्त व्यापार समझौते के लिए पक्ष जुटाने के क्रम में दी गई रिश्वत थी?
यह भी पढ़ें: गैंगस्टर विकास दुबे की पत्नी ऋचा बोली- चाहे बंदूक उठानी पड़े... एक दिन करूंगी सबका हिसाब
कांग्रेस ने सरकार के कदम को 'दुर्भावनापूर्ण साजिश' करार देते हुए कहा कि वह एवं उसका नेतृत्व इन धमकाने वाले प्रयासों से डरने वाले नहीं हैं. पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पूछा, 'क्या मोदी सरकार इसकी जांच कराएगी कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को विदेशी स्रोतों सहित किन-किन स्रोतों, लोगों, संगठनों और सरकारों से चंदा मिले हैं?'
यह वीडियो देखें: