कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार सुबह दिल्ली की तिहाड़ जेल में पार्टी नेता डी.के. शिवकुमार से मुलाकात की. सोनिया गांधी के साथ पार्टी के कर्नाटक इकाई के प्रभारी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल भी थे. शिवकुमार को धन शोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तीन सितंबर को गिरफ्तार किया था. उनकी जमानत याचिका लंबित है और ईडी जांच कर रही है.
कर्नाटक में कांग्रेस के दिग्गज नेता शिवकुमार ने जनता दल -सेकुलर (जद-एस) और कांग्रेस के गठबंधन में सरकार बनाने में प्रमख भूमिका निभाई थी.
सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पिछले महीने भी तिहाड़ में पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम से मुलाकात करने आए थे. चिदंबरम को मंगलवार को आईएनएक्स मीडिया मामले में जमानत मिल गई थी.
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इससे पहले कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी मंगलवार को डीके शिवकुमार से मुलाकत की थी. मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था, राजनीतिक और व्यक्तिगत मसले अलग-अलग हैं. इसके साथ कुमारस्वामी ने ये भी कहा था कि फिलहाल शिवकुमार राजनीतिक प्रतिशोध का सामना कर रहे हैं और मां यहां उनका हौंसला बढ़ाने आया हूं. उन्होंने कहा था, शिवकुनार मानसिक रूप से बहुत मजबूत हैं और हम सब मिलकर लड़ेंगे.
बता दें, कर्नाटक के पूर्व मंत्री शिवकुमार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में तीन सितंबर को गिरफ्तार किया था. वहीं, दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 15 अक्टूबर को कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार की न्यायिक हिरासत को 25 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया था.
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कांग्रेस में शिवकुमार का कद उस समय और बढ़ गया था जब इसी साल मई में गठबंधन सरकार बनाने के समय कांग्रेस-जेडीएस का समझौता बना रहा. उन्होंने न केवल गठबंधन बचाया बल्कि बीजेपी से अपने विधायकों को भी बचाया. शिवकुमार के साथ काम करने वाले कांग्रेस के चुनाव प्रचार कमिटी के महासचिव रहे मिलिंद धर्मसेना के मुताबिक, जिस क्षेत्र की जिम्मेदारी उन्हें (डीके शिवकुमार) मिलती है, उसके लिए वह जमकर होमवर्क करते हैं. शिवकुमार पार्टी की ताकत और कमजोरी को समझते हैं और इसके बाद जिम्मेदारी बांटते हैं.