कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी नेशनल हेराल्ड केस में पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर पहुंची. कुछ घंटों तक उनसे पूछताछ चली. जिसके बाद दोपहर में 2.30 बजे के बाद सोनिया गांधी ईडी दफ्तर से निकल आई. इस तरह से पहले दिन की पूछताछ खत्म हो गई. अभी ये पता नहीं चल पाया है कि ईडी सोनिया गांधी से नेशनल हेराल्ड केस में फिर से पूछताछ करेगी या नहीं. बता दें कि सोनिया गांधी के साथ ही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी ईडी दफ्तर पहुंचे थे, जिसमें प्रियंका गांधी के पास सोनिया गांधी की दवाईयां थी, वो सोनिया गांधी के साथ ही ईडी दफ्तर में रुकी रहीं
इसके बाद राहुल गांधी दोनों को ईडी दफ्तर पहुंचाकर वापस लौट आए. वहीं, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी को एक अलग कमरे में बिठाया गया. इसकी वजह यह है कि सोनिया गांधी की दवाएं लेकर प्रियंका गांधी गई थी, जिसकी उन्हें कभी भी उनकी जरूरत पड़ सकती थी. कोरोना से उबरने के बाद भी सोनिया गांधी की तबीयत खराब है और ऐसे में उन्हें दवाओं की जरूरत रहती है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने जताया विरोध
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी से ED की पूछताछ पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 65 साल से ऊपर के जितने भी वरिष्ठ नागरिक होते हैं उनके घर पर जाकर पूछताछ करते हैं, लेकिन यहां पर तो सब चीज़ें वे तोड़ रहे हैं. वे दिखाना चाहते हैं कि वे कितने पावरफुल हैं. वहीं, कांग्रेस नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनकी (कांग्रेस नेता सोनिया गांधी) उम्र 70 वर्ष से अधिक है ED से उन्हें घर आकर पूछताछ करनी चाहिए थी. इस वक्त में ED का जो दूर्उपयोग हो रहा है ये जगजाहिर है, ये कोई नई बात नहीं है. बता दें कि नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी से ED की पूछताछ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया. कई वरिष्ठ नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
Delhi | Congress leaders P Chidambaram, Ajay Maken and others detained in the wake of nationwide protest called by the party over ED probe against Sonia Gandhi pic.twitter.com/g8xx013aMf
— ANI (@ANI) July 21, 2022
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क्या है नेशनल हेराल्ड केस?
वर्ष 2012 में बीजेपी के नेता और अधिवक्ता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक निचली अदालत के समक्ष एक शिकायत दर्ज की जिसमें आरोप लगाया गया कि यंग इंडियन लिमिटेड (YIL) द्वारा एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के अधिग्रहण में कुछ कांग्रेस नेता धोखाधड़ी और विश्वासघात में शामिल थे. उन्होंने आरोप लगाया कि YIL ने नेशनल हेराल्ड की संपत्ति को 'दुर्भावनापूर्ण' तरीके से 'कब्जा' कर लिया था. नेशनल हेराल्ड 1938 में अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के साथ जवाहरलाल नेहरू द्वारा स्थापित एक समाचार पत्र था. सुब्रमण्यम स्वामी का दावा है कि YIL ने 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति और लाभ हासिल करने के लिए “दुर्भावनापूर्ण” तरीके से निष्क्रिय प्रिंट मीडिया आउटलेट की संपत्ति को “अधिग्रहित” किया. वर्ष 2014 में प्रवर्तन निदेशालय ने यह देखने के लिए जांच शुरू की कि क्या इस मामले में कोई मनी लॉन्ड्रिंग है.
HIGHLIGHTS
- सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ शुरू
- प्रियंका गांधी भी ईडी दफ्तर में मौजूद
- पूरे देश में कांग्रेसी नेता कर रहे विरोध-प्रदर्शन