दिल्ली की तीन बार कमान संभाल चुकी शीला दीक्षित अब हमारे बीच नहीं रहीं. 81 साल की उम्र में उन्होंने शनिवार को अंतिम सांस ली. हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई. उनके मौत से पूरा देश शोक में डूब गया. कांग्रेस के लिए शीला दीक्षित का जाना एक बड़ा झटका माना जा रहा है और इस बात को यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मान रही हैं. रविवार को शीला दीक्षित का पार्थिव शरीर कांग्रेस हेडक्वार्टर में रखा गया. जहां जाकर सोनिया गांधी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर सोनिया गांधी ने कहा, 'शीला दीक्षित मेरे लिए बहुत बड़ा सहारा थीं. वह मेरी एक बड़ी बहन और दोस्त बन गई थी. कांग्रेस पार्टी के लिए यह एक बड़ी क्षति है. मैं उन्हें हमेशा याद रखूंगी.'
शीला दीक्षित को अंतिम विदाई देने कांग्रेस, समेत अन्य दलों के नेता पहुंचे. लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज भी कांग्रेस मुख्याल जाकर शीला दीक्षित को अंतिम विदाई दी. प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि कांग्रेस की बेटी थी शीला दीक्षित. उनके जाने से कांग्रेस को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. उन्हें हमेशा याद किया जाएगा.
और पढ़ें:पीसी चाको ने शीला दीक्षित से कहा था- आप बीमार हैं, आराम कीजिए, अब उनके निधन पर कही ये बड़ी बात
बता दें कि दिल्ली के एस्कार्ट हॉस्पिटल में शनिवार को 3:15 मिनट पर हार्ट अटैक से शीला दीक्षित की मौत हो गई. शीला दीक्षित दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष भी थीं और काफी लंबे समय से बीमार चल रहीं थीं. तीन बार शीला दीक्षित की बाईपास सर्जरी हुईं थी और आज सुबह उल्टी की शिकायत के बाद उन्हें दिल्ली के एस्कार्ट्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था.