कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में शनिवार को जी 23 के नेताओं पर जमकर बरसीं. सोनिया ने CWC की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराने, G-23 के नेताओं की बयानबाजी और असंतुष्ट नेताओं की मांगों को लेकर अपनी बात रखी. उन्होंने G-23 के नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि वे पार्टी के नेताओं से खुलकर बात करती हैं, मगर उनसे मीडिया के जरिए बात करने की आवश्यकता नहीं है. सोनिया ने G-23 के नेताओं को करारा जवाब देते हुए कहा कि अगर आप उन्हें बोलने की अनुमति दें तो “मैं ही कांग्रेस की पूर्णकालिक और कार्यशील अध्यक्ष हूं.’ इस दौरान सोनिया गांधी ने कांग्रेस संगठन चुनाव की तारीख का ऐलान किया. एक नवंबर से चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी. वहीं 2022 के अक्टूबर में पार्टी को अपना नया अध्यक्ष मिलने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा- ‘पूरा संगठन कांग्रेस को दोबारा से ताकतवर बनाना चाहता है। इसके लिए एकता और पार्टी के हितों को सर्वोपरि रखने की जरूरत है. इसके लिए आत्म-नियंत्रण और अनुशासन की काफी जरूरत है.’ G-23 के नेताओं पर करारा हमला बोलने के बाद सोनिया ने मोदी सरकार की आलोचना की। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष ने कहा-‘मोदी सरकार का एकमात्र एजेंडा है-‘बेचो,बेचो,बेचो.’ सोनिया ने बैठक में जम्मू-कश्मीर और लखीमपुर खीरी हत्याकांड की निंदा भी की. सोनिया गांधी ने कहा ‘जम्मू-कश्मीर में अल्पसंख्यकों की टारगेटेड किलिंग की निंदा करते हैं.’
सोनिया गांधी ने इन बातों को एक पत्र के जरिए भी G-23 के नेताओं तक पहुंचाने की कोशिश की है। उन्होंने इस पत्र में पार्टी को मजबूत बनाने का उल्लेख किया है, इसके साथ पार्टी के कामकाज में अनुशासन को जरूरी बताया है। उन्होंने पत्र के जरिए जताना चाहा कि पार्टी के अंदर किसी बात को उठाने के लिए सही मंच होने चाहिए.
Source : MOHIT RAJ DUBEY