कोरोना (Coronavirus)अभी गया नहीं है. हर किसी को जिम्मेदारी के साथ कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा. टीकाकरण ही कोरोना से लड़ाई में सबसे बड़ा हथियार है. इसलिए बहुत जल्द 2 साल से ऊपर के बच्चों के लिए देश में कोरोना वैक्सीन मिल सकेगी. उसके स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत बायोटेक के तीसरे ट्रायल को मंजूरी दे दी है. ये बात भारत के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने रविवार को कही. उन्होने कहा कि आज अंकलेश्वर, गुजरात स्थित भारत बायोटेक के संयंत्र से कोवैक्सीन की पहली वाणिज्यिक खेप को रवाना किया गया है. भारत सरकार ने एक दिन में एक करोड़ वैक्सीन लगाकर दिखा दिया है कि सरकार हर तरह की मुशीबत में लड़ने में सक्षम है.
दरअसल, रविवार को भारत के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने गुजरात के भरूच जिले के अंकलेश्वर स्थित भारत बायोटेक के नए संयंत्र से रविवार को कोवैक्सीन टीके की पहली वाणिज्यिक खेप रवाना की. इस अवसर पर उन्होने बताया कि बहुत जल्द बच्चों के लिए वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी. उसके लिए तेजी से काम किया जा रहा है. भारत बायोटेक के तीसरे ट्रायल को भी मंजूरी दे दी गई है. बस कुछ ही दिनों में वैक्सीन सेंटरों पर 2 साल से ऊपर के बच्चों को भी वैक्सीन लगवाई जा सकेगी.
देश में लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) से बचाने के लिए बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान (Coronavirus Vaccine) चल रहा है. हाल ही में भारतीय औषधि महानियंत्रक की ओर से 12 से अधिक उम्र के लोगों के लिए जाइकोव डी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी गई है. मांडविया ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के तुरंत बाद ट्वीट किया, वहीं इससे पहले इसी महीने देश में बने जाइडस कैडिला के कोविड टीके जोइकोव-डी को भारत के औषधि महानियंत्रक से आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल गई है. इस टीके को 12 साल व इससे अधिक उम्र के लोगों को दिया जा सकेगा.
HIGHLIGHTS
- कोरोना वैक्सीन के लिए भारत बायोटेक के तीसरे ट्रायल को मंजूरी
- अभी सभी को करना होगा कोरोना गाइडलाइन का पालन
- कोरोना से लड़ने में देश सक्षम