Advertisment

लॉकडाउन से बेअसर रही जायद फसलों की बुवाई, 31 फीसदी बढ़ा रकबा

कोरोना वायरस (Corona Virus) के प्रकोप की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम के तौर पर किए गए देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) से जायद सीजन की फसलों की बुवाई बेअसर रही है. देशभर में जायद फसलों का रकबा पिछले साल के मुकाबले 31 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया है.

author-image
Sunil Mishra
New Update
farmer

लॉकडाउन से बेअसर रही जायद फसलों की बुवाई, 31 फीसदी बढ़ा रकबा( Photo Credit : IANS)

Advertisment

कोरोना वायरस (Corona Virus) के प्रकोप की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम के तौर पर किए गए देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) से जायद सीजन की फसलों की बुवाई बेअसर रही है. देशभर में जायद फसलों का रकबा पिछले साल के मुकाबले 31 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया है. गरमी के सीजन में जिन फसलों की बुवाई होती है, उनको जायद फसल या गरमा फसल कहते हैं. रागी छोड़कर बाकी सभी मोटे अनाज, दलहन, तिलहन समेत इस गर्मा धान की बुवाई में तेजी आई है.

यह भी पढ़ें : अमेरिका में फंसे नागरिकों को नहीं बुलाया तो ट्रंप ने बैन कर दिया कई देशों का वीजा

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी बुवाई के आंकड़ों के अनुसार, पूरे देश में तमाम जायद फसलों का रकबा 48.76 लाख हेक्टेयर हो चुका है, जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 11.64 लाख हेक्टेयर यानी 31.35 फीसदी अधिक है.

धान का रकबा 32.58 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो पिछले साल की इसी अवधि के दौरान 23.81 लाख हेक्टेयर था. दलहनों का रकबा 3.97 लाख हेक्टेयर हो चुका है, जो पिछले साल इसी अवधि के दौरान 3.01 लाख हेक्टेयर था. मोटे अनाजों की बुवाई 5.54 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो पिछले साल इस समय तक 4.33 लाख हेक्टेयर मे हुई थी.

यह भी पढ़ें : कोरोना के कहर के बीच मोदी सरकार ने किसानों के खाते में डाले 15,531 करोड़

वहीं, तिलहनों का रकबा 6.66 लाख हेक्टेयर हो गया है, जबकि पिछले साल इस समय तक 5.97 लाख हेक्टेयर था. जायद सीजन में मूंगफली, सूर्यमुखी और तिल की खेती की जाती है. इस समय रबी फसलों की कटाई का पीक सीजन चल रहा है और जायद सीजन की बुवाई का भी सीजन चल रहा है. इसलिए, केंद्र सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान फसलों की कटाई और बुवाई समेत खेती किसानी से संबंधित सभी कार्यो को चालू रखने की छूट दी है.

Source : IANS

covid-19 corona-virus farmers lockdown crops farming Zaid
Advertisment
Advertisment