रूस के हमले के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय लोगों के लिए रक्षा मंत्रालय ने एडवायजरी जारी की है. मंत्रालय ने युद्ध के दौरान सुरक्षित रहने और वतन वापसी के लिए कुछ सावधानियां अपनाने और कुछ बातों से परहेज करने की सलाह दी है. गुरुवार को जारी रक्षा मंत्रालय की एडवायजरी में भारतीय लोगों को बताया गया है कि यूक्रेन में फंसे हैं तो क्या करें और क्या नहीं करें. इसके मुताबिक सबसे पहले मानसिक तौर पर मजबूत रहने और नहीं घबराने की अपील की गई है. वहीं रशियन भाषा में दो-तीन वाक्य याद रखने और अपने साथी भारतीयों के साथ जानकारी साझा करने की सलाह दी गई है.
रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन में भारतीयों के लिए एडवाइजरी में सोशल मीडिया पर कोई कमेंट करने से बचने को कहा गया है. एडवाइजरी में कहा गया है कि 10 लोगों का एक छोटा ग्रुप बनाएं और उसका एक कॉर्डिनेटर और एक डिप्टी कॉर्डिनेटर बनाएं. वाट्स ऐप गुप बनाएं, उसमें नाम, पता, मोबाइल नंबर, भारत में संपर्क नंबर, सब जानकारी एकत्र करें. भारतीय दूतावास के कंट्रोल रूम के नंबर पर अपनी जियोलोकेशन शेयर करें. हर आठ घंटे में जानकारी अपडेट करें. अपने साथियों की गिनती लगातार करते रहें. कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर पर लोकेशन बताते रहें. सिर्फ कॉर्डिनेटर या डिप्टी कॉर्डिनेटर ही लोकल अथॉरिटी, एंबेसी या कंट्रोल रूम से बातचीत करें, ताकि फोन की बैटरी बचाई जा सके.
पानी और खाना शेयर करें, इमरजेंसी किट तैयार रखें
एडवाइजरी में बताया गया है कि बेहद जरूरी सामान का एक छोटा इमरजेंसी किट तैयार रखें. इस किट में पासपोर्ट, आईडी कार्ड, जरूरी दवाई, लाइव सेविंग ड्रग्स, टॉर्च, माचिस, लाइटर, मोमबत्ती, कैश, एनर्जी बार, पावर बैंक, पानी, फर्स्ट एड किट, हेडगेयर, मफलर, ग्लव्ज, गरम जैकेट, गरम मोजे और आरामदायक जूते होने चाहिए. पानी और खाना शेयर करें. एक बार में पूरा खाना न खाएं, छोटे छोटे हिस्सों में खाएं. पानी पीते रहें. अगर खुली जगह है तो बर्फ को पिघलाकर पानी बना सकते हैं. अगर उपलब्ध हो तो एक बड़ा गारबेज बैग अपने साथ रखें, जिसे चटाई की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके अलावा बैग को बारिश, ठंड या तूफान से बचने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. अगर चोट लगी है या बीमार हैं तो उसकी जानकारी तुरंत कंट्रोल रूम को दें और सलाह लेकर उसका पालन करें.
एडवाइजरी के मुताबिक क्या करें और क्या न करें
-फोन से सभी गैर जरूरी ऐप्स डिलीट कर दें, जिससे बैटरी बचेगी. इनडोर रहें, जो तय सेफ जोन हैं यानी बेसमेंट या बंकर में रहें. अगर आप सड़क पर हैं तो सड़क के किनारे चलें ताकि बिल्डिंग का कवर मिले. टारगेट होने से बचने के लिए नीचे झुक कर चलें. सड़क पार ना करें. सिटी सेंटर्स और डाउन डाउन एरिया में ना जाएं.
- हर ग्रुप अपने साथ एक सफेद झंडा या सफेद कपड़ा रखे ताकि उसे लहरा सकें. रशियन में दो तीन वाक्य याद करें लें जैसे हम स्टूडेंट हैं, हम सैनिक नहीं हैं, कृपया हमें नुकसान न पहुंचाएं, हम भारत से हैं.
- एक जगह पर ही हैं तो लगातार डीप ब्रीदिंग करते रहें, हाथ पैर हल्के हल्के हिलाते रहें ताकि ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहे. इमरजेंसी किट के अलावा अपना कम से कम सामान साथ रखें, शॉर्ट नोटिस पर निकलने के लिए तैयार रहें. बड़े बैग लाने से बचें.
- अगर मिलिट्री चेक पोस्ट या पुलिस या हथियारबंद सैनिक रोकते हैं तो उनके साथ सहयोग करें, अपने दोनों हाथ उठा लें, नम्र रहें और जरूरी जानकारी उन्हें दें. बिना उनसे उलझे कंट्रोल रूम में संपर्क करने की कोशिश करें.
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- एडवाइजरी में कहा गया है कि अपने बंकर, बेसमेंट या सेल्टर से बाहर न आएं, भीड़ वाली जगह ना जाएं, स्थानीय प्रोटेस्टर्स को जॉइन ना करें, सोशल मीडिया पर कमेंट करने से बचें, कोई हथियार या बिना फटा गोला न उठाएं, मिलिट्री वीइकल, सैनिकों या चेकपोस्ट के साथ फोटो या सेल्फी ना लें. युद्ध की स्थिति का विडियो बनाने की कोशिश ना करें.
- अगर वॉर्निंग सायरन बजता है तो जहां भी मुमकिन हो तुरंत शेल्टर लें. अगर खुले में हैं तो पेट के बल लेट जाएं और अपने बैगपैक से अपना सिर कवर कर लें. बंद जगह पर आग न जलाएं, अल्कोहल का इस्तेमाल ना करें. गीले मोजे ना पहनें, जब भी मुमकिन हो जूते खोलकर मोजे को सुखाएं. कांच की खिड़कियों से दूर रहें. चेक पोस्ट पर अचानक अपनी पॉकेट से डॉक्यूमेंट या कुछ और निकालने की कोशिश ना करें.
HIGHLIGHTS
- एडवाइजरी में सोशल मीडिया पर कोई कमेंट करने से बचने को कहा गया है
- एक बार में पूरा खाना न खाएं, छोटे छोटे हिस्सों में खाएं, पानी पीते रहें
- बंद जगह पर आग न जलाएं, अल्कोहल का इस्तेमाल ना करें, डीप ब्रीदिंग करें