बजट सत्र से ठीक दो दिन पहले केंद्र की मोदी सरकार ने सर्वदलीय बैठक की. इस बैठक में शनिवार को पीएम मोदी ने भी स्थिति स्पष्ट कर दी है. सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि किसानों के साथ वार्ता में जो बातें कही गई थी, जो शर्तें मानी गई थीं, वह अभी भी बरकरार हैं. नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा है कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जो प्रस्ताव दिया था, हम उस पर चर्चा के लिए तैयार है. इस बैठक के बाद हमारे न्यूज नेशन संवाददाता मोहित राज दूबे ने किसान नेता सतनाम सिंह पन्नू से खास बातचीत.
हमारे संवाददाता ने जब कृषि कानूनों को लेकर किसान नेता सतनाम सिंह पन्नू से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि, हम सरकार से बातचीत करने के लिए तैयार हैं लेकिन हमारी मांगें अभी भी वही हैं. किसान नेता ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार कृषि के तीनों नए कानूनों को रद्द नहीं कर देती है हम अपना किसान आंदोलन जारी रखेंगे. अब एक तरफ सरकार बातचीत करने की बात कर रही है. वहीं दूसरी ओर दिल्ली पुलिस मेरे आवास पर छापा मार रही है. जब उनसे गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम 26 जनवरी की घटना की हम निंदा करते हैं यह शर्मनाक है, लेकिन हम सरकार के सामने झुकने वाले नहीं हैं हमारी मांगों के पूरा होने तक ये आंदोलन जारी रहेगा.
सरकार 11वीं वार्ता के लिए तैयारः प्रहलाद पटेल
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि सर्वदलीय बैठक में पीएम ने कहा है कि किसानों और सरकार के बीच 11वीं वार्ता में हमने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है. कृषि मंत्री ने कहा था कि वह (किसान) सिर्फ एक फोन कॉल कर दें. जब भी आप कहेंगे तो हम चर्चा के लिए तैयार हैं. यह अभी भी बरकरार है. प्रह्लाद जोशी ने बताया कि विपक्ष ने मांग की है कि लोकसभा में बिल के अलावा चर्चा हो, इसके लिए भी सरकार सहमत है.
विपक्ष किसानों के साथ, जदयू सरकार के समर्थन में
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. जिसमें लगभग सभी पार्टियों ने हिस्सा लिया. सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद, टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय, शिवसेना सांसद विनायक राउत और शिरोमणि अकाली दल के बलविंदर सिंह भुंडर ने किसान आंदोलन पर बोला. जबकि बिहार में बीजेपी की सहयोगी जेडीयू ने कृषि कानूनों का समर्थन किया है.
Source : News Nation Bureau