श्री राम सेना प्रमुख प्रमोद मुथालिक ने साफ किया है कि कन्नड़ पत्रिका की संपादक गौरी लंकेश की हत्या के आरोप में गिरफ्तार परशुराम वाघमारे का उनके संगठन से कोई लेना देना नहीं है।
प्रमोद मुथालिक ने कहा, 'श्री राम सेना का परशुराम से कोई लेना देना नहीं है। मुझे नहीं पता कि उन्होंने SIT (विशेष जांच दल) के सामने क्या कहा? मेरे साथ बहुत से लोगों ने फोटो निकलवाया है लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि वो हमारे संगठन का कार्यकर्ता है।'
गौरतलब है कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक परशुराम वाघमारे का संबंध हिंदू कट्टरपंथी संगठन से है।
बता दें कि गौरी लंकेश हत्याकांड की जांच कर रहे SIT ने शुक्रवार को कहा कि परशुराम वाघमारे ने इस हत्या को अंजाम दिया था। एसआईटी के एक अधिकारी ने बताया कि गौरी लंकेश, गोविंद पंसारे और एमएम कलबुर्गी की मर्डर के लिए एक ही हथियार का इस्तेमाल किया गया था।
नाम न बताने की शर्त पर एसआईटी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'वाघमारे ने गौरी लंकेश को गोली मारी और फरेंसिक जांच से इस बात की पुष्टि भी हुई है कि गोविंद पंसारे, एमएम कलबुर्गी की हत्या उसी हथियार से की गई।'
अधिकारी ने बताया कि हिंदू दक्षिणपंथी समूहों के लोगों को शामिल कर बनाए गए इस संगठन में 60 सदस्य हैं जो कम से कम पांच राज्यों में फैले हुए हैं लेकिन इस संगठन का कोई नाम नहीं है।
पिछले साल पांच सितंबर को 'लंकेश पत्रिका' की संपादक गौरी लंकेश (55) की शहर के उपनगरीय इलाके में स्थित उनके आवास पर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
पुलिस के अनुसार, अज्ञात हमलावरों ने कुल सात गोलियां मारी जिनमें तीन (दो छाती और एक माथे पर) गौरी को लगीं थीं।
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Source : News Nation Bureau