पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में कांग्रेस से निकाले गए पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जेना ने रविवार को कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा, 'ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच एक गोपनीय गठजोड़ है. इस गठजोड़ में खनन माफिया भी शामिल हैं. जेना बोले, ‘राहुल गांधी ने तय किया है कि ओडिशा का शासन पटनायक परिवार के पास रहेगा, जिसके लिए उन्होंने कांग्रेस और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक के बीच एक गठबंधन किया है.’
Srikant Jena, expelled Congress leader: I am glad that I'm relieved from the responsibility of remaining in the Congress party. I had written many letters to Rahul Gandhi asking whether he will stand with Patnaik brothers and mining mafias or with the people of Odisha. pic.twitter.com/md9pX6LzCa
— ANI (@ANI) January 20, 2019
उन्होंने कहा, ओडिशा कांग्रेस पर खनन माफिया का नियंत्रण है और राहुल गांधी माफिया को बचाने में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि वह खनन माफिया और पटनायक परिवार के कुशासन से जनता को मुक्त कराने के लिए काम करेंगे, जिन्होंने दशकों से राज्य पर शासन किया है. वह बोले- ‘अभी तक खनन माफिया को बचाना कांग्रेस की संस्कृति नहीं थी, लेकिन यह राहुल गांधी का फैसला है. उन्होंने माफिया को बचाने का फैसला लिया है.’ उन्होंने ओडिशा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष निरंजन पटनायक को एक स्वभावगत झूठा बताया. उन्होंने कहा, 'इस बारे में जानते हुए भी राहुल गांधी ने पार्टी की राज्य इकाई की कमान उन्हें सौंप दी और ओडिशा में खनन माफिया के साथ एक अपवित्र गठजोड़ का एक अवसर दे दिया.’
Srikant Jena,expelled Congress leader: Rahul Gandhi chose to stand with mining mafias&Patnaik brothers.This is not expulsion,I had already written a letter requesting him to accept my proposition or else relieve me from the party.I wanted to expose him but he has exposed himself. https://t.co/TKh8QExbwx
— ANI (@ANI) January 20, 2019
श्रीकांत जेना बोले- मुझे बहुत खुशी है कि कांग्रेस ने मुझे सभी जिम्मदारियों से मुक्त कर दिया. मैंने कई बार राहुल गांधी को पत्र लिखकर पूछा था कि आप पटनायक ब्रदर्स के साथ खड़े रहना चाहते हैं या फिर ओडिशा की जनता के साथ. राहुल गांधी ने पटनायक ब्रदर्स और खनन माफिया के साथ खड़े होने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, यह निष्कासन नहीं है, मैंने खुद कई बार पत्र लिखकर मेरा प्रस्ताव स्वीकार करने या फिर मुझे पार्टी की जिम्मेदारियों से मुक्त करने का आग्रह किया था. मैं उन्हें एक्सपोज करना चाहता था, लेकिन वे खुद ही एक्सपोज हो गए.