जम्मू-कश्मीर में धीरे-धीरे हालात सामान्य हो रहे हैं. इसे लेकर श्रीनगर के जिला मजिस्ट्रेट ने कहा, आज रात से घाटी में ज्यादातर टेलीफोन सेवाएं चालू कर दी जाएंगी. कुपवाड़ा के कुछ क्षेत्रों में पहले से ही मोबाइल सेवाएं शुरू हैं. उन्होंने लोगों को धैर्य रखने के लिए आभार जताया और असुविधा के लिए माफी भी मांगी है.
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घाटी में दैनिक जीवन पटरी पर लौट रहा है. श्रीनगर के जिला मजिस्ट्रेट शाहिद चौधरी ने बुधवार को कहा, घाटी के कई हिस्सों में आज से टेलीफोन की सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी. बता दें कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेश में विभाजित करने के बाद घाटी में इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं बंद कर दी गई थी, ताकि कोई अफवाह न फैला सके.
Shahid Choudhary, District Magistrate, Srinagar: Most telephone exchanges to be functional tonight across Valley. Mobiles being restored gradually, already buzzing in Kupwara. Thanks for patience and regrets for inconvenience. #JammuAndKashmir
— ANI (@ANI) September 4, 2019
बता दें कि कश्मीर घाटी के कुपवाड़ा जिले में भी पोस्टपेड उपभोक्ताओं के लिए ‘इनकमिंग’ मोबाइल सेवाएं बहाल कर दी गई हैं. अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा था कि उत्तरी कश्मीर के सीमावर्ती जिले में राज्य के सभी पोस्टपेड बीएसएनएल, जियो और वोडाफोन उपभोक्ताओं के लिए इन सेवाओं को बहाल किया गया है. हालांकि आउटगोइंग मोबाइल सेवाओं पर रोक अब भी जारी है.
इससे पहले भी दवा किया जा रहा था कि कश्मीर में टेलीफोन कनेक्टिविटी को फिर से रिस्टोर किया जाएगा. जम्मू कश्मीर के हालात पर गृह मंत्रालय लगातार नजर बनाए हुए है. गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, गृह सचिव जल्द ही कश्मीर जाएंगे. गृह मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि कश्मीर में जमीनी हकीकत के मुताबिक योजना पर काम किया जा रहा है. हर दिन किसी न किसी स्तर पर कुछ न कुछ ढील जरूर दी जा रही है.
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इससे पहले सोमवार को जम्मू-कश्मीर के प्रिंसिपल सेक्रेटरी (प्लानिंग, मॉनिटरिंग और डेवेलपमेंट) रोहित कंसल ने दावा किया था कि पिछले हफ्ते 81 प्रतिशत थानों में पाबंदियां नहीं थीं, जिसे बढ़ाकर 92 कर दिया गया है. जबकि जम्मू और लद्दाख में दिन में कोई भी प्रतिबंध नहीं है. घाटी में लैंडलाइन सेवा भी बहाल कर दी गई हैं.
रोहित कंसल ने कहा था कि 29 अन्य एक्सचेंज को बहाल किया गया है. अब 95 में से 76 एक्सचेंज चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि घाटी में 26 हजार लैंडलाइन्स को चालू कर दिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि जम्मू और लद्दाख में मोबाइल फोन पूरी तरह चालू हैं. प्रशासन ने बताया कि सरकारी दफ्तर भी पहले की तरह काम कर रहे हैं और स्टाफ भी मौजूद है.