दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे 37वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला की इस बार की थीम 'स्टैंड अप स्टार्ट अप इंडिया' पर राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र पूरी तरह से खरा उतरा है। प्रगति मैदान में निर्माण कार्य के चलते भले ही इस बार जगह की कमी रही हो पर राज्यों ने खुद के स्टॉल्स को बेहद ही खूबसूरती से सजाया है।
राजस्थान
परंपरागत राजास्थानी द्वार से अंदर जाते ही वसुंधरा सरकार की नीतियां नजर आती है। राजस्थान का मारवाड़ी स्वाद हो या अलग-अलग तरीके के अचार, आप यहां चख भी सकते हैं और खरीद भी सकते। राजस्थानी कलाकारी से निर्मित कपड़े हो या हाथ से बनाई गई जूतियां, आप को मिल जाएंगे। मोतियों से लेकर शीशे का महीन काम के जूतों को भी खरीद सकते है।
जब बात राजपूताना की हो, तो यहां के गहनें विश्वविख्यात है, लिहाजा गहनों को अलग से तरजीह दी गई है, जहां पर मांग के टीके से लेकर हाथ के कंगन, नौलखा हाथ से लेकर कमरबंद तक सब कुछ राजपूताना अंदाज में मिल जाएगा।
गुजरात
वहीं इस बार गुजरात के स्टाल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गायब रहे। गुजरात के अहिर वर्क की शॉल पर सबसे ज़्यादा ख़रीदारों की भीड़ लगी थी । यहां स्टॉल मालिक जयंत भाई ने बताया की ये बिलकुल अलग कढ़ाई की शॉल है जो केवल गुजरात में मिलती है इसे बनाने में लगभग तीन दिन लग ज़ाते है। इस शॉल की क़ीमत 500 से 2000 और उससे भी ज़्यादा तक है।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के पवेलियन में आपको हर तरफ़ नए नए स्टार्ट अप देखने को मिलेंगे जो सरकार की इस बार की थीम पर बख़ूबी काम करते हुए नज़र आए। यहां नायाब रोबोटिक टेक्नॉलजी दिखी, जिसमें दो चीज़ें जितनी भी दूर हो लेकिन आपस में कनेक्टेड रहेगी। यानी अगर डॉक्टर दूर है और आपकी सर्जरी होनी है तो ये रोबोटिक हाथ आपकी पूरी सर्जरी कर देगा लिहाज़ा इसको कंट्रोल दूर बैठे डॉक्टर द्वारा पहना हुआ ग्लव्ज करेगा जिसके सेंसर उन रोबोटिक हाथो को कंट्रोल करेंगे और दूर से कोई भी काम किया सकता है ।
ट्रेड फेयर देखने प्रगति मैदान पहुंचे लोगों ने ट्रेड फ़ेयर तारीफ़ की मेला छोटा होने के चलते जो परेशानी थी उसे बताया लेकिन नए स्टार्ट अप्स को जो प्लेटफार्म दिया गया उसकी तारीफ़ की।
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Source : News Nation Bureau