पश्चिम बंगाल में मूर्ति के साथ तोड़फोड़ क मामला सामने आया है. नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर की प्रतिमा के साथ कुछ अज्ञात लोगों ने तोड़-फोड़ की. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पार्षद निर्मल दत्ता का कहना है कि तीन लोगों ने प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ की. यह घटना बिधाननगर में हुई. उन्होंने आगे कहा कि हमने एक शख्स को पकड़ लिया है जबकि दो फरार है. हमें नहीं पता कि उन्होंने ऐसा क्यों किया. टीएमसी पार्षद ने आगे कहा कि पकड़े गए शख्स को पुलिस को सौंप दिया गया है. तस्वीर में रविंद्रनाथ टैगोर की क्षतिग्रस्त प्रतिमा को साफतौर पर देखा जा सकता है.
बता दें कि इससे पहले भी प्रतिमा के साथ तोड़फोड़ के कई मामले सामने आ चुके हैं. पिछले साल दिसंबर में आंध्रप्रदेश के पेडागंत्याणा में देश के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ती के साथ तोड़फोड़ की गयी थी. अप्रैल के महीने में मध्य प्रदेश के भिंड जिले के खेरिया गांव में अंबेडकर की मूर्ति को बदमाशों ने तोड़ दी थी. गौरतलब है कि देश में मूर्ति तोड़े जाने की घटना की शुरुआत त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की विधानसभा चुनाव में जीत के साथ हुई थी जहां रूसी क्रांति के महानायक व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति को गिराया गया था. इस घटना के तुरंत बाद तमिलनाडु में दो जगहों पर समाज सुधारक और ई वा रामासामी पेरियार की मूर्ति को तोड़ा गया था. फिर पश्चिम बंगाल में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति को भी तोड़ा गया था.