त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति तोड़ने को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कहा है कि भारत में विदेशी नेताओं की मूर्तियों की कोई जरूरत नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी तरह की हिंसा का समर्थन नहीं करती है।
अहीर ने कहा, 'सरकार किसी भी तरह की हिंसा का समर्थन नहीं करता है। मामले को राज्य सरकार देख रही है लेकिन मैं यह साफ करना चाहता हूं कि यहां विदेशी नेताओं की प्रतिमाओं की जरूरत नहीं है।'
हाल ही में हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जीत दर्ज की है। चुनाव परिणाम आने के बाद से ही राज्य में हिंसा की छिटपुट घटनाएं शुरु हो गई है।
बता दें कि विधानसभा चुनाव के बाद त्रिपुरा में जारी राजनीतिक हिंसा के बीच रूसी साम्यवादी क्रांति के नायक व्लादिमीर लेनिन की एक और मूर्ति को गिराने का मामला सामने आया है। सबरूम मोटर स्टैंड के पास लगी इस मूर्ति को गिराया गया था।
इससे पहले दक्षिणी त्रिपुरा के बेलोनिया कॉलेज स्क्वायर में कथित रुप से बीजेपी समर्थकों द्वारा लेनिन की मूर्ति गिराई गई थी। इस घटना को लेकर बीजेपी और वामपंथी दल आमने-सामने हैं।
सीपीएम (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी) नेताओं का आरोप है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस घटना को अंजाम दिया।
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Source : News Nation Bureau