ओडिशा में आर्थिक संकट सामना कर रही एक आदिवासी महिला ने अपनी नौ माह की बच्ची को बेच डाला. यह मामला मयूरभंज का है. यहां पर महज 800 रुपये में महिला ने अपनी बेटी को बेच दिया था. पुलिस ने बच्ची को रेस्कयू करा लिया है. पुलिस मां से बच्ची को खरीदने दंपति और मध्यस्थता कराने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया है. बच्ची की मां का कहना है कि वो बेटी का पालन पोषण नहीं कर पा रही थी. इस कारण उसने पड़ोस के गांव में बेटी को बेचने का निर्णय लिया. मां की पहचान करामी मुर्मू बताया है. उसकी कुल दो बेटियां हैं. इसमें लीजा नाम की अपनी नौ माह की बेटी को उसने आर्थिक तंगी के कारण बेच डाला था. उसके पति नाम मुशू मुर्मू है. पति मामले से बिल्कुल अनजान था.
गौरतलब है कि मुशू तमिलनाडु में नौकरी करता था. पत्नी अकेले ही गांव में अपना खर्चा चला रही थी. वह दोनों बच्चियों की देखभाल में लगी थी. पति जब लंबे समय बाद ओडिशा अपने घर लौटा तो उसे केवल एक ही बेटी दिखाई दी. पत्नी से पूछने पर उसे सही जवाब नहीं मिला. इसके बाद उसने स्थानीय पुलिस को इस बात से अवगत कराया.
बेटी को दंपति के हवाले कर दिया
पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कराया है. इस मामले की जांच की तो पुलिस को पता चला कि मां करामी ने घर के खर्च को चलाने के लिए अपने बेटी को दंपति के हवाले कर दिया. वे निःसंतान थी. चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की देखरेख में बच्ची को उसकी दादी को सौंप दिया. पति तमिलनाडु में अपनी नौकरी लौट गया है.
Source : News Nation Bureau