रामसेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की मांग को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं. उन्होंने गुरुवार को चीफ जस्टिस के सामने इस मामले को उठाया. उन्होंने मांग की कि रामसेतु हिंदुओं की आस्था की प्रतीक है. इस मामले में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि कोर्ट ने इस मामले में केन्द्र सरकार को नोटिस जारी किया था. दस साल हो गए लेकिन सरकार ने अभी तक याचिका का जवाब दाखिल नही किया. कोर्ट ने केंद्र सरकार को तीन महीने में इस मामले में जवाब दाखिल करने को कहा है. कोर्ट तीन महीने बाद इस मामले की सुनवाई करेगा.
इससे पहले मोदी सरकार रामसेतु पर अपना रुख स्पष्ट कर चुकी है. केन्द्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर सेतु समुद्रम परियोजना और राम सेतु के बारे में रुख स्पष्ट करते हुए कहा था कि समुद्र में जहाजों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए प्रस्तावित सेतु समुद्रम परियोजना के लिए राम सेतु को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा. परियोजना के लिए सरकार कोई दूसरा वैकल्पिक मार्ग अपनाया जाएगा. स्वामी ने अपनी याचिका में कहा है कि राम सेतु लाखों हिन्दुओं की आस्था से जुड़ा है. इसे न तोड़ा जाए और राम सेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जाए.
Source : News Nation Bureau