बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने न्यूज नेशन के साथ हुई एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान जेएनयू को कैंसर बताया. जेएनयू की तुलना कैंसर से करते हुए स्वामी ने कहा कि इसके इलाज के लिए विश्वविद्यालय को 2 साल बंद करना होगा, वरना सरकार कितनी भी बैठक कर ले कोई हल निकलने नहीं वाला. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का नाम भी बदलकर सुभाष चंद्र बोस विश्वविद्यालय कर देना चाहिए.
इसी के साथ सुब्रमण्यम स्वामी ने कई और मुद्दों पर भी बाचतीच की. जनसंख्या नियंत्रण कानून की बात सरकार के अंदर लगातार हो रही है और अब बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ही इसकी हवा निकालते हुए नजर आ रहे हैं. स्वामी ने कहा कि जनसंख्या और विकास का कोई वास्ता नहीं. जब भारत 1000 साल तक दुनिया की सोने की चिड़िया थी तब सबसे जनसंख्या हमारे देश में था. आज चीन नंबर वन पर जा रहा है और चीन की जनसंख्या भी सबसे अधिक है. बीजेपी सरकार को कांग्रेस के एमरजैंसी जैसी गलती से बचना चाहिए.
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योगी सरकार का समर्थन, बनना चाहिए धर्मांतरण के खिलाफ कड़ा कानून
धर्मांतरण के खिलाफ कड़े कानून की पैरवी करते हुए स्वामी ने कहा, उत्तर प्रदेश सरकार अगर अपने लॉ कमीशन की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में धर्मांतरण के खिलाफ कड़ा कानून बनाती है, तो मैं इसका समर्थन करता हूं ,1977 में भी हमने यही मांग रखी थी.
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शिवसेना का एनडीए से अलग होना भारत विरोधी, हिंदुत्व के लिए बड़ा नुकसान
वहीं जब स्वामी से महाराष्ट्र में चल रहे सियासी बवाल पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, भले ही शिवसेना ,एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने की तरफ बढ़ रही हो, लेकिन यह देश के खिलाफ उठाया गया कदम होगा. हिंदुत्व का इससे बड़ा नुकसान होने वाला है ,इतिहास इस गलती को हमेशा याद रखेगा.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो