रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में 20 जनवरी को एसयू-30 लड़ाकू स्क्वाड्रन को वायुसेना के बेड़े में शामिल किया जाएगा. तमिलनाडु के तंजावुर में वायुसेना अड्डे पर यह समारोह आयोजित किया जाएगा. एयर मार्शल अमित तिवारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. एक संवाददाता सम्मेलन में तिवारी ने कहा कि यह दक्षिण में स्थित भारतीय वायुसेना का दूसरा अग्रिम लड़ाकू स्क्वाड्रन होगा.
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एयर मार्शल अमित तिवारी ने आगे कहा कि सुखोई-30 को बेड़े में शामिल किए जाने वाले इस समारोह का उद्घाटन 20 जनवरी को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह करेंगे. यह लड़ाकू विमान अपनी लंबी दूरी तक पहुंच व कई भूमिकाएं निभा सकने की क्षमता की वजह से बेहद सक्षम है. उन्होंने कहा कि वायुसेना में नौवहन हमलावर स्क्वाड्रन में स्वदेशी ब्राह्मोस मिसाइलें भी तैनात हैं.
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उन्होंने आगे कहा कि वायुसेना ने पूर्व में घोषणा की थी कि 222 स्क्वाड्रन द टाइगरशार्कसन को सुखोई के साथ एक जनवरी को फिर से खड़ा किया जाएगा. इस स्क्वाड्रन की स्थापना मूल रूप से 15 सितंबर 1969 को एक अन्य सुखोई लड़ाकू एसयू-7 के साथ की गई थी और बाद में इसमें मिग-27 लड़ाकू विमानों को शामिल किया गया. अधिकारियों ने कहा कि फिर से खड़ी की जा रही 222 स्क्वाड्रन ब्राह्मोस से युक्त सुखोई-30 लड़ाकू विमानों वाला होगा. इन विमानों में दोहरे इंजन होंगे.
Source : Bhasha