बिहार के सीवान में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या मामले में आरोपी कैप के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव के साथ तस्वीरों की जांच के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।
वहीं इस मामले को लेकर सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि इस मुद्दे की जांच नहीं की गई है क्योंकि तस्वीरों के अलावा को भी भी सबूत नहीं मिला। सुप्रीम कोर्ट में राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन की याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ये बातें कही।
इस मामले में पूर्व आरजेडी सांसद शहाबुद्दीन की भागलपुर सेंट्रल जेल से बाहर आने के बाद हत्या के मुख्य आरोपियों में से एक कैफ उर्फ बंटी की तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के साथ एक तस्वीर वायरल हुई थी। इसी के बाद बिहार में राजनीति गर्मा गई थी।
राजदेव रंजन के हत्या मामले को लेकर सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी कि सीवान के बाहुबली शहाबुद्दीन समेत 8 लोगों को आरोपी बनाया गया है। सीबीआई के मुताबिक 22 अगस्त को ही इन आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल कर दी गई है।
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सीबीआई ने इस मामले में शहाबुद्दीन के अलावा हत्या को अंजाम देने वाले मुख्य शूटर रोहित, लड्डन मियां, विजय, रिशु, राजेश, सोनू कुमार, सोनू सोनी को मुख्य आरोपी बनाया है।
गौरतलब है कि हिन्दी दैनिक के ब्यूरो चीफ राजदेव रंजन की 16 मई 2016 को सीवाम में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। फिलहाल शहाबुद्दीन केस को प्रभावित ना कर सकें इसलिए उन्हें दिल्ली के तिहाड़ जेल में रखा गया है। इस मामले की अगली सुनवाई 8 हफ्ते बाद सुप्रीम कोर्ट में फिर होगी।
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HIGHLIGHTS
- लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
- राजदेव रंजन हत्याकांड मामले में आरोपी के साथ फोटो की हो सकती है जांच
Source : News Nation Bureau