सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा और उनकी बेंच सोमवार को कई अहम जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करने जा रही है।
इनमें से एक याचिका आईपीसी की धारा 377 को रद्द करने के लिए होटल कारोबारी केशव सूरी ने लगाई है।
उन्होंने दलील दी है कि आईपीसी की यह धारा समलैंगिक स्वाभाग को अपराध की श्रेणी में रखती है। बता दें कि पिछले दिनों सीजेआई दीपक मिश्रा के खिलाफ कदाचार को लेकर कांग्रेस ने राज्यसभा में सभापति को महाभियोग प्रस्ताव का आवेदन दिया है।
हाल ही में काले हिरण के शिकार मामले में दोषी ठहराए गए बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान की याचिका पर भी आज सुनवाई की जाएगी।
सलमान खान ने उस फैसले को चुनौती दी है। वहीं तीसरी याचिका बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह के खिलाफ है जो कि फाउंडेशन फॉर इंडिपेंडेंट मीडिया ने लगाई है।
और पढ़ें: CJI दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग पर फैसला जल्द, वेंकैया नायडू ने विशेषज्ञों से मुलाकात कर ली राय
वहीं यह भी चर्चा जोरों पर है कि सीजेआई अपने खिलाफ महाभियोग के चलते स्वेच्छा से मामलों की सुनवाई से अलग हो सकते हैं हालांकि यह फैसला उनका खुद का होगा।
वहीं राज्यसभा में सभापति वैंकेया नायडू को यह फैसला लेना है कि दीपक मिश्रा के खिलाफ लाए गए महाभियोग को स्वीकार किया जाए या नहीं।
अगर सभापति नायडू कानूनी सलाहकारों से राय जानने के बाद महाभियोग प्रस्ताव को मंजूर करते हैं तो वह चीफ जस्टिस के खिलाफ जो आरोप लगाए गए हैं उनकी जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम के पास भेजेंगे। यह टीम आरोपों की जांच करेगी।
और पढ़ें: अगले 50 सालों में पंचायत से लेकर संसद तक हर चुनाव जीतना BJP का लक्ष्य
Source : News Nation Bureau