जजों की नियुक्ति को लेकर कॉलेजियम और सरकार के बीच चल रहे गतिरोध के बीच देश के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने शुक्रवार को कहा कि 'सुप्रीम कोर्ट एक' है और जरूरत बार और बेंच के बीच सामंजस्य बिठाने की है।
उन्होंने कहा कि बार की भूमिका दिशा दिखाने की रही है।
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने कहा, 'जैसा कि बताया गया, सुप्रीम कोर्ट एक है। बार हमें आगे बढ़ाता है, हमारी परवरिश करता है और मैंने हर मौके पर बार के युवा सदस्यों से दिशा दिखाने वाले की भूमिका का निर्वहन करने की अपील की है।'
उन्होंने कहा, 'यह उम्र से जुड़ा हुआ नहीं है बल्कि बार में आपकी एंट्री आपको खास बना देती है। आपका दर्जा चाहे कुछ भी हो, आप चाहे जो भी हो, यह जजों की ड्यूटी है कि वह बार के सदस्यों की उम्र और हैसियत को देखे बिना उसके प्रति सम्मान जताएं। मैं निजी तौर पर ऐसा मानता हूं और करता हूं।'
जस्टिस आर के अग्रवाल के फेयरवेल समारोह में बोलते हुए उन्होंने यह बातें कहीं। जस्टिस अग्रवाल के रिटायरेंट के बाद सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या कम होकर 24 हो जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट में कुल जजों की संख्या 31 है।
इस समारोह में हालांकि जस्टिस चेलामेश्वर, रंजन गोगोई और कुरियन जोसेफ मौजूद नहीं थे। गौरतलब है कि इन जजों ने इस साल जनवरी महीने में न्यायिक प्रशासन में कथित अनियमितता को लेकर सीजेआई के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था।
इस मौके पर जस्टिस अग्रवाल ने भी बार और बेंच के बीच एकता पर जोर दिया। हालांकि उन्होंने न्यायपालिका में जारी संकट को लेकर कुछ भी कहने से परहेज किया।
सीजेआई ने कहा, 'हम बार की इज्जत करते हैं। आपका आग्रह हमारे लिए आदेश है। इसलिए आपने अभी तक मुझे जहां भी बुलाया, मैंने बार के सभी कार्यक्रम में शिरकत की है।'
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HIGHLIGHTS
- सीजेआई दीपक मिश्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट एक है और बार की भूमिका दिशा दिखाने की है
- जस्टिस आर के अग्रवाल के फेयरवेल समारोह में बोलते हुए उन्होंने यह बातें कहीं
Source : News Nation Bureau