कांग्रेस की कथित टूलकिट ( Congress Toolkit Case ) के खिलाफ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट (SC) ने सुनवाई से इंकार कर दिया है. कोर्ट में सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता वकील शशांक शेखर झा ने इसके पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) जांच की मांग की थी. इस दौरान कोर्ट ने कहा कि ये सब राजनीतिक प्रोपेगैंडा का हिस्सा है. अगर आपको टूलकिट पंसद नहीं है, तो उसे नज़रअंदाज़ कीजिए. याचिका में मांग की गई है कि अगर कांग्रेस की राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में सहभागिता साबित हो तो, चुनाव आयोग मान्यता रद्द करें. वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया था कि कोरोना महामारी से निपटने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इमेज को खराब करने के लिए कांग्रेस ने ये टूल किट बनाई है.
यह भी पढ़ेंःAAP में शामिल हुईं मिस इंडिया दिल्ली मानसी सहगल, राघव चड्ढा ने कही ये बड़ी बात
क्या है टूलकिट मामला
दरअसल बीजेपी ने पिछले महीने आरोप लगाए थे कि कांग्रेस ने एक टूलकिट बनाकर कोरोना वायरस के नए स्वरूप को 'भारतीय स्वरूप' या 'मोदी स्वरूप' बताया और देश और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवि खराब करने का प्रयास किया. हालांकि, कांग्रेस ने आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि बीजेपी उसे बदनाम करने के लिये फर्जी 'टूलकिट' का सहारा ले रही है. इस संबंध में कांग्रेस ने बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमनसिंह के खिलाफ केस भी दर्ज कराया था. गौरतलब है कि पिछले दिनों कांग्रेस के कथित टूलकिट को बीजेपी नेताओं द्वारा ट्वीट किए जाने के बाद Twitter ने इसे मैनुपुलेटेड मीडिया कैटगरी (तोड़-मरोड़ कर पेश किए गए मीडिया की श्रेणी) में भी डाल दिया था. इसके बाद काफी विवाद हुआ था.
यह भी पढ़ेंःकेजरीवाल के मुफ्त बिजली के बयान पर राघव चड्ढा का स्पष्टीकरण
ये है भाजपा का आरोप
भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस ने एक टूलकिट बनाकर कोरोना वायरस के नए स्वरूप को ‘भारतीय स्वरूप’ या ‘मोदी स्वरूप’ बताया और देश और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवि खराब करने का प्रयास किया. हालांकि कांग्रेस ने आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया था कि भाजपा उसे बदनाम करने के लिये फर्जी ‘टूलकिट’ का सहारा ले रही है.
HIGHLIGHTS
- सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था कांग्रेस टूलकिट मामला
- SC ने कहा ये सब राजनीतिक प्रोपेगैंडा का हिस्सा
- भाजपा ने कांग्रेस पर लगाया था गंभीर आरोप