Surajewala pays tribute to Neta ji : देश की आजादी में अहम भूमिका निभाने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra bose) के जन्मदिन के मौके पर कांग्रेस महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Ranjdeep Surjewala) ने नेता जी की 125वीं जयंती पर याद किया है. इस मौके पर उन्होंने ट्वीट (Tweet) करते हुए लिखा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व आज़ाद हिंद फ़ौज के संस्थापक, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर शत शत नमन! इस मौके पर सूरजेवाला ने कहा कि आज नेता जी की जन्म जयंती पर इतिहास के कुछ पन्ने पलट याद कर लें.
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सूरजेवाला ने नेताजी की जयंती पर पहला ट्वीट करते हुए लिखा, वे महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन में शामिल होने हेतु ICS की नौकरी छोड़कर आजादी के आंदोलन में कूदे. अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा, पंडित नेहरू और सुभाष बाबू की पहल पर ही कांग्रेस पार्टी ने 1929 में पूर्ण स्वराज की घोषणा की. जब उन्होंने आजाद हिंद फौज का गठन किया तो उसमें महात्मा गांधी और पंडित नेहरू के नाम पर दो ब्रिगेड बनाईं. INA ने जन गण मन की धुन तैयार की और इसे अपना राष्ट्रगान बनाया. आजादी के बाद भारत ने इसी गीत को अपना राष्ट्रगान स्वीकार किया. पंडित नेहरू ने नेताजी के 'जय हिंद' के नारे को आजाद भारत का राष्ट्रीय नारा बनाया.
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— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 23, 2022
आज नेता जी की जन्म जयंती पर इतिहास के कुछ पन्ने पलट याद कर लें -
• पंडित नेहरू और सुभाष बाबू की पहल पर ही कांग्रेस पार्टी ने 1929 में पूर्ण स्वराज की घोषणा की।
• जब उन्होंने आजाद हिंद फौज का गठन किया तो उसमें महात्मा गांधी और पंडित नेहरू के नाम पर “दो ब्रिगेड” बनाईं। pic.twitter.com/nRJxTCqSGg
नेताजी की देशभक्ति व क़ुर्बानी के जज़्बे की अमिट छाप सदैव रहेगी
अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद नेताजी की आज़ाद हिंद फौज के सिपाही बड़ी संख्या में गिरफ्तार कर लाल किले में बंद कर दिए गए, तो उनकी रिहाई का मोर्चा कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने संभाला. जिसके बाद महात्मा गांधी और सरदार पटेल INA के सैनिकों से मिले. पंडित नेहरू, कैलाश नाथ काटजू और भूलाभाई देसाई ने सैनिकों की रिहाई के मुकदमे की अगुवाई की और अंततः आईएनए के हजारों सैनिक आजाद हुए. देश और देशवासियों की आत्मा में नेता जी सुभाष चंद्र बोस की देशभक्ति व क़ुर्बानी के जज़्बे की अमिट छाप सदैव रहेगी. आजादी के महान सेनानी नेता जी को नमन. उन्होंने नेताजी की जयंती पर एक के बाद कुल छह ट्वीट किए. पूरे देश में नेताजी की 125वीं जयंती मनाया जा रही है.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व आज़ाद हिंद फ़ौज के संस्थापक, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर शत शत नमन!
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 23, 2022
जन्म जयंती पर इतिहास के कुछ पन्ने पलट याद कर लें -
• वे महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन में शामिल होने हेतु ICS की नौकरी छोड़कर आजादी के आंदोलन में कूदे।
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