पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर भारतीय वायुसेना के हमले के बाद अगले 72 घंटो तक के लिए सीमावर्ती इलाके समेत कई राज्यों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. खुफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल सीधे पाकिस्तानी सेना से देश को ज्यादा खतरा नहीं है लेकिन कश्मीर घाटी में सक्रिय आईएसआई समर्थित आतंकी मॉड्यूल देश में अप्रिय घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं. इसको देखते हुए देश में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में तैनात सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. इन बलों में बीएसएफ, सेना व वायुसेना शामिल हैं. एक अधिकारी ने कहा, 'वायुसेना के लड़ाकू विमान राज्य की पश्चिमी सीमा पर गश्त कर रहे हैं. सीमांत शहर जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर और श्री गंगानगर को हाई अलर्ट पर रखा गया है.'
अधिकारी ने कहा कि सीमांत गांवों में गतिविधियों पर सख्त नजर रखी जा रही है. इस बीच रक्षा सूत्रों ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है. एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने कहा, 'हम सभी स्थितियों से निपटने के लिए तैयार हैं.'
भारतीय सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अब गुजरात की जल, थल और वायु तीनों सेनाओं को अलर्ट किया गया है. पाकिस्तान सीमा से सटा होने की वजह से गुजरात बॉर्डर पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
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वहीं बॉर्डर पर सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट किया गया है तो वहीं पोरंबदर में कोस्ट गार्ड के जरिए भारतीय मछुआरों के लिए विशेष अलर्ट जारी किया गया है. मछुआरों को सलाह दी गई है कि मरीन कोस्ट गार्ड पर मछलियां पकड़ने ना जाएं. साथ ही समुद्री सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से सुरक्षा एजेंसियों का इनपुट मिलने के बाद गुजरात की जल सीमा पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
वहीं जम्मू और कश्मीर की खासतौर पर सुरक्षा कड़ी की गई है. अधिकारियों ने बताया कि नियंत्रण रेखा पर चौकसी बढ़ा दी गई है और बीएसफ को अगले तीन दिनों तक के लिए खास सतर्कता बरतने को कहा गया है. साथ ही पंजाब सरकार ने भी सीमावर्ती क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी किया है.
Source : News Nation Bureau