केंद्र के सांख्यिकी विभाग ने जनवरी में सर्वे शुरू किया था जिसमें ये पता लगाने की कोशिश की गई थी कि घरों में रहने वाली महिलाएं या पुरुष अपना समय कैसे बिताते हैं. इस सर्वे का नाम था हाउस होल्ड टाइम यूज सर्वे (TUS). इस सर्वे में ये भी जानने की कोशिश की गई कि महिलाएं बच्चों की पढ़ाई, खाना बनाने और मोबाइल में कितना समय लगाती है.
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टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक सांख्यिकी विभाग के सचिव प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि इसका डेटा दिसंबर में आएगा. रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह का सर्वे सबसे पहले 1998-99 में कुल 6 राज्यों में शुरू हुआ था लेकिन अब ये सर्वे देशभर में किया जाता है. जिन राज्यों से इस सर्वे की शुरुआत की गई थी उनमें हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजराता, ओडिशा, केरल और मेघालय शामिल है.
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क्या है इस सर्वे का मकसद?
दरअसल इस सर्वे के जरिए सरकार ये पता लगाने की कोशिश करती है कि 24 घंटों में लोगों ने कितना समय का इस्तेमाल किया और इस्तेमाल नहीं किया. इस सर्वे में खास कर महिलाओं पर ध्यान दिया जाएगा और ये पता लगाया जाएगा कि महिला खाना बनाने से लेकर मोबाइल चलाने तक किस काम को कितना टाइम देती है.
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रिपोर्ट के मुताबिक सांख्यिक विभाग का लखनऊ में दो दिवसीय सेमिनार चल रहा है जो शनिवार से शुरू हुआ है. इस सेमिनार में प्रवीण श्रीवास्तव समेत कई बड़े लोग शामिल हुए. इस सेमिनार में एसपी सिंह भी शामिल हुए. उन्होंने कहा, सांख्यिकी ने अगर कोई मंजिल तय की है तो उसे पाने के लिए उनी मेहनत भी करनी होगी.