राज्यसभा में बुधवार को पूर्व सदस्य और भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज के निधन पर शोक जताया गया. सभापति एम. वेंकैया नायडू ने उन्हें सक्षम प्रशासक औरजनता की सच्ची आवाज बताया. नायडू ने कहा कि सुषमा स्वराज उनके लिए बहन थीं, जो हर साल उन्हें राखी बांधती थीं.
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उन्होंने कहा, 'इस साल मुझे यह सौभाग्य प्राप्त नहीं होगा.' नायडू ने कहा कि सुषमा एक रोल मॉडल के तौर पर उभरीं और उन्हें ऐसी मंत्री के रूप में जाना जाने लगा जिनसे सबसे आसानी से संपर्क किया जा सकता है. पूर्व विदेश मंत्री सुषमा तीन बार राज्यसभा की सदस्य रहीं और चार बार लोकसभा की सदस्य रहीं. नायडू ने सदन के अन्य सदस्यों के साथ सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि दी.
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बता दें, पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की सीनियर नेत्री सुषमा स्वराज का 67 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वो हार्ट अटैक के बाद एम्स में भर्ती थीं. पिछले काफी दिनों से सुषमा स्वराज बीमार चल रही थीं. सुषमा स्वराज मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री थीं उन्होंने अपने कार्यकाल से सबको प्रभावित किया था. आपको बता दें कि 2019 का लोकसभा चुनाव उन्होंने खराब स्वास्थ्य के चलते नहीं लड़ा था.1970 में वो सक्रिय राजनीति में आई और पहली बार 1977 में सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री बनीं थीं. उनके निधन पर पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई.
Source : IANS