विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इराक में गायब हुए भारतीयों के मारे जाने की पुष्टि की है। राज्यसभा में बयान देते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक के मोसुल में लापता 39 भारतीयों के शवों को भारत लाए जाने की तैयारी चल रही है।
राज्यसभा के बाद वह लोकसभा को इस बारे में सूचित करने आईं, लेकिन वह यहां कुछ भी नहीं बोल पाईं। बल्कि यूं कहेंं कि लोकसभा में हंगामा कर रहे सांसदों को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ा कि विदेश मंत्री विदेश में मारे गए भारतीयों के बारे में बयान देने आई हैं।
विदेश मंत्री सुषमा ने कहा, 'यह दुख की बात है जो मैं सदन को बताना चाहती हूं और ऐसा शोर-शराबे और हंगामे के बीच नहीं किया जा सकता।'
विपक्षी दलों के लगातार हंगामे की वजह से लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन का गुस्सा फूट प़ड़ा और उन्हें सांसदों को जमकर फटकार लगाई। हालांकि इससे भी सांसदों पर कोई असर नहीं पड़ा और आखिरकार उन्हें पूरे दिन के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
महाजन ने कहा, 'यह ठीक नहीं है। इतने असंवेदनशील मत बनिए। कृपया इस तरह की राजनीति नहीं कीजिए।'
उन्होंने कहा, 'आप अपने ही लोगों के लिए संवेदनशील नहीं हैं। देश ने इससे पहले इतनी खराब हालत नहीं देखी। सदन की स्थिति इस वक्त ठीक नहीं है।अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो सकती, इसलिए मैं सदन की कार्यवाही स्थगित करती हूं।'
हालांकि राज्यसभा में सभी मृतक भारतीयों को मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
गौरतलब है कि बजट सत्र के दूसरे चरण में विपक्षी दलों के हंगामे के कारण 12 वें दिन सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी है वहीं लगातार तीसरे दिन लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं हो सका।
आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस लोकसभा में पिछले तीन दिनों से लगातार अविश्वास प्रस्ताव को पेश करने का नोटिस दे रहे हैं, लेकिन हंगामे की वजह से इसे आज भी पेश नहीं किया जा सका।
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HIGHLIGHTS
- विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राज्यसभा में इराक में अगवा किए गए 39 भारतीयों की मौत की पुष्टि की
- हालांकि सांसदों के हंगामे की वजह से उन्हें लोकसभा में बयान देने का मौका नहीं मिल पाया
Source : News Nation Bureau