पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की सीनियर नेत्री सुषमा स्वराज का 67 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वो हार्ट अटैक के बाद एम्स में भर्ती थीं. पिछले काफी दिनों से सुषमा स्वराज बीमार चल रही थीं. सुषमा स्वराज मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री थीं उन्होंने अपने कार्यकाल से सबको प्रभावित किया था. आपको बता दें कि 2019 का लोकसभा चुनाव उन्होंने खराब स्वास्थ्य के चलते नहीं लड़ा था.1970 में वो सक्रिय राजनीति में आई और पहली बार 1977 में सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री बनीं थीं. उनके निधन पर पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई.
बीजेपी नेता जया प्रदा ने भी सुषमा स्वराज के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा, हम उन्हें 'दीदी' बुलाते थे और आज वो हमारे साथ नहीं हैं. वो एक मां, एक बहन और एक दिग्गज नेता थीं. इस के साथ-साथ वो एक प्रखर वक्ता भी थीं. उन्होंने देश के लिए और खासकर गरीबों के लिए काफी कुछ किया.
सुषमा स्वराज के निधन पर सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा, सुषमा स्वराज मेरे लिए बड़ी बहन की तरह थीं. कल उनके निधन की की खबर में सदमें में आ गया. रात 8.45 पर मैंने उनसे फोन पर बात की थी. उन्होंने कहा था कि तुम्हें मुझसे जाधव केस के लिए एकत रुपए फीस लेनी है. इसके 10 मिनट बाद ही खबर आई की उन्हें कार्डिएक अरेस्ट हुआ है.
Source : News Nation Bureau