विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को कहा कि उत्तराखंड में पीएलए के हेलिकॉप्टरों द्वारा हवाई क्षेत्र उल्लंघन के मुद्दे को '101 फीसदी' चीन के साथ उठाया जाएगा। वहीं बीजिंग ने अपनी कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि LAC का यह विवादित इलाका है और उसकी सेना हमेशा वहां गश्त करती है।
वहीं चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने मीडिया से कहा था, 'सैद्धांतिक तौर पर चीन-भारत सीमा के पूर्वी भाग में चीन और भारत का क्षेत्रीय विवाद है।'
बीजिंग ने जोर देकर कहा कि 'नई परिस्थितियों' के तहत एनएसजी सदस्यता की बोली 'अधिक जटिल' बन गई है और फिर समूह में नई दिल्ली की प्रविष्टि को समर्थन देने से इनकार कर दिया गया।
और पढ़ेंः NSG में चीन का रोड़ा, कहा अब और जटिल हो गया है भारत की मेंबरशिप का मामला
सुषमा ने कहा,'रूस और चीन के बीच अच्छे संबंध हैं, उसे चीन से बात करनी चाहिए। हम उनसे चीन पर दबाव बनाने के लिए नहीं बल्कि अपने अच्छे प्रभाव का प्रयोग करने को कह रहे हैं। हमारा प्रयास इस मुद्दे पर चीन को राजी करना और दोनों देशों के मित्र देशों को शामिल करना है।'
इसी बीच, पीएम नरेंद्र मोदी 8 से 9 जून के बीच कजाखस्तान के अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने की उम्मीद कर रहे हैं।
चैंपियंस ट्राफी 2017 से जुड़ी हर खबर के लिए यहां क्लिक करें
Source : News Nation Bureau