जम्मू में हाल ही में हुए आतंकी हमलों और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की खबरों के बीच सुरक्षा एजेंसियों को सीमा पर आतंकी टनल होने की भनक लगी है. सुरक्षा एजेंसियों को ऐसा शक है कि हाल ही में जम्मू के अलग-अलग इलाकों में घुसपैठ कर पहुंचने वाले आतंकी या तो टनल के जरिये या फिर नंदी नालों के रास्ते आतंकी घुसपैठ करने में कामयाब रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों की मानें तो ये टनल और नदी नाले पंजाब और जम्मू के कठुआ के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा के इलाकों में हो सकते हैं.
जम्मू कश्मीर पुलिस, पंजाब पुलिस, BSF और दूसरी सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर इस जानकारी को जुटाया है. जिसके बाद अब आतंकी की इस नई टनल या नदी नालों वाली साजिश से निपटने के लिए सभी एजेंसियों ने नई रणनीति तैयार कर ली है.
1. पंजाब पुलिस, जम्मू कश्मीर पुलिस और BSF मिलकर आतंकियों के इस नए खतरे का सामना करेंगे.
2. आतंकी टनल की खोज के लिए पंजाब पुलिस, जम्मू कश्मीर पुलिस और BSF मिलकर पंजाब से लेकर जम्मू तक एंटी टनलिंग ऑपरेशन चलाएंगी. इसके लिए विशेष दस्ते का गठन किया जाएगा.
3. पंजाब और कठुआ सांबा के बड़े स्तर पर नदी नाले पाकिस्तान जाते हैं जिसको देखते हुए अब नदी नालों के इलाकों में विशेष निगरानी की जाएगी. पंजाब पुलिस अपने तो जम्मू पुलिस अपने इलाके के नदी नालों की निगरानी करेंगी. BSF भी पाकिस्तान जाने वाले सभी नदी नालों के रूट पर विशेष नजर रखेगी.
4. पूरे बॉर्डर के इलाकों की ड्रोन के जरिये नजर रखी जाएगी. साथ ही रात के समय नाइट विजन उपकरणों का इस्तेमाल पाकिस्तान पर नजर रखने के लिए किया जाएगा.
इससे पहले कठुआ में हुई पंजाब पुलिस के DGP, जम्मू कश्मीर के DGP और BSF के स्पेशल DG और अन्य अधिकारियों की बैठक में सुरक्षा को किस तरह से मजबूत किया जा सकता है उसको लेकर रणनीति तैयार कर ली गई है. फिलहाल जम्मू में हुए आतंकी हमलों के बाद से सुरक्षा बलों का जम्मू, उधमपुर, डोडा और कठुआ इलाकों में ऑपरेशन जारी है. सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट के मुताबिक इन सभी इलाकों में विदेशी आतंकियों की संख्या 50 के आसपास हो सकती है.
पिछले माह जम्मू में हुए अलग-अलग एनकाउंटर में सेना 5 आतंकियों को मार भी चुकी है और बाकी बचे आतंकियों की लगातार जानकारियां जुटा रही है. सुरक्षा एजेंसियों को इस बात की भी भनक लगी है कि जम्मू कश्मीर के 2 से 3 आतंकी जो तीन दशक पहले पाकिस्तान चले गए थे वे इन विदेशी आतंकियों के साथ आए हैं और उनका गाइड के रूप में काम कर रहे हैं. लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को लगातार आतंकियों को लेकर अलग-अलग लीड मिल रही हैं. ऐसे में अब आतंकियों का बचना नामुमकिन है.
Source : News Nation Bureau