नूपुर शर्मा मामले को लेकर अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि का बड़ा बयान आया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के जजों की टिप्पणी को गैर-संवैधानिक करार दिया. स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी से समाज में संघर्ष की भावना पैदा होगी. न्यूज नेशन से खास बातचीत में स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठकर गैर संवैधानिक बयान है. इस तरह के बयान से बचा जाना चाहिए था, क्योंकि यह बयान हिंसा को बढ़ावा देने वाला है.
क्या आमिर खान का गला काट लिया हिंदुओं ने?
स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि इस तरह के बयानों से हत्यारों का मनोबल बढ़ जाता है, जिनकी जान को इस्लामिक आतंकियों से खतरा है इससे उनके लिए खतरा और बढ़ जाएगा. सुप्रीम कोर्ट के इस बयान से नकारात्मक, हिंसक, आतंकी मानसिकता वाले लोगों को बल मिलेगा. ओवैसी के भाई ने मां कौशल्या और भगवान राम के खिलाफ बोला. ओवैसी ने खुद फव्वारा बोला. फिर उसके बाद उन लोगों ने कोर्ट में माफी मांगी और अपने बयान से पलट गए. हिंदुओं ने हथियार उठाकर गर्दन नहीं काटी. पीके फिल्म में आमिर खान ने देवी देवताओं का अपमान किया तो क्या उसका सिर काटना चाहिए? सुप्रीम कोर्ट के इस बयान से हिंसा को बढ़ावा मिलेगा, समाज में संघर्ष की स्थिति पैदा होगी.
ये भी पढ़ें: Maharashtra: संजय राउत बोले- शिंदे ने अपने नेता को फंसाया, जनता में भ्रम फैलाया
संवैधानिक पद पर बैठकर भावुक बात न जाएं
स्वामी चक्रपाणि ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट का बयान राष्ट्रीय हित में नहीं है. संवैधानिक पद पर बैठकर भावुक बात नहीं की जानी चाहिए. ये एकदम गलत स्टेटमेंट है, सर्वोच्च न्यायालय के जज इस बयान को वापस लें. हिंदू महासभा का निवेदन है कि देश के राष्ट्रपति और देश के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया कमेटी बनाकर इस बयान की जांच करें और इस बयान को खारिज करें.
HIGHLIGHTS
- स्वामी चक्रपाणि का बड़ा बयान
- सुप्रीम कोर्ट के जज की टिप्पणी को बताया गैर-जरूरी
- ऐसे बयान समाज में हिंसा को बढ़ाएंगे
नूपुर मसले पर SC के जजों ने संवैधानिक पद पर दिया गैर-संवैधानिक बयान: स्वामी चक्रपाणि
स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि इस तरह के बयानों से हत्यारों का मनोबल बढ़ जाता है, जिनकी जान को इस्लामिक आतंकियों से खतरा है इससे उनके लिए खतरा और बढ़ जाएगा. सुप्रीम कोर्ट के इस बयान से नकारात्मक, हिंसक, आतंकी मानसिकता वाले लोगों को बल मिलेगा.
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नूपुर शर्मा मामले को लेकर अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि का बड़ा बयान आया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के जजों की टिप्पणी को गैर-संवैधानिक करार दिया. स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी से समाज में संघर्ष की भावना पैदा होगी. न्यूज नेशन से खास बातचीत में स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठकर गैर संवैधानिक बयान है. इस तरह के बयान से बचा जाना चाहिए था, क्योंकि यह बयान हिंसा को बढ़ावा देने वाला है.
क्या आमिर खान का गला काट लिया हिंदुओं ने?
स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि इस तरह के बयानों से हत्यारों का मनोबल बढ़ जाता है, जिनकी जान को इस्लामिक आतंकियों से खतरा है इससे उनके लिए खतरा और बढ़ जाएगा. सुप्रीम कोर्ट के इस बयान से नकारात्मक, हिंसक, आतंकी मानसिकता वाले लोगों को बल मिलेगा. ओवैसी के भाई ने मां कौशल्या और भगवान राम के खिलाफ बोला. ओवैसी ने खुद फव्वारा बोला. फिर उसके बाद उन लोगों ने कोर्ट में माफी मांगी और अपने बयान से पलट गए. हिंदुओं ने हथियार उठाकर गर्दन नहीं काटी. पीके फिल्म में आमिर खान ने देवी देवताओं का अपमान किया तो क्या उसका सिर काटना चाहिए? सुप्रीम कोर्ट के इस बयान से हिंसा को बढ़ावा मिलेगा, समाज में संघर्ष की स्थिति पैदा होगी.
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संवैधानिक पद पर बैठकर भावुक बात न जाएं
स्वामी चक्रपाणि ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट का बयान राष्ट्रीय हित में नहीं है. संवैधानिक पद पर बैठकर भावुक बात नहीं की जानी चाहिए. ये एकदम गलत स्टेटमेंट है, सर्वोच्च न्यायालय के जज इस बयान को वापस लें. हिंदू महासभा का निवेदन है कि देश के राष्ट्रपति और देश के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया कमेटी बनाकर इस बयान की जांच करें और इस बयान को खारिज करें.
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