दाऊद इब्राहिम के पाकिस्तान में छिपे होने की खबरों के बीच भारत ने संयक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में दाऊद इब्राहिम का मुद्दा उठाया है और बताया है कि कैसे उसकी क्रिमिनल सिंडेकेट डी कंपनी देश के लिए खतरा बनती जी रही है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने बताया कि हमने दाऊद इब्राहिम के क्रिमिनल सिंडिकेट को आतंकवादी नेटवर्क में बदलते हुए देखा है जिसे D कंपनी के नाम से जाना जाता है. उन्होंने कहा, डी-कंपनी की नाजायज आर्थिक गतिविधियां बाहर शायद कम जानी जाती है लेकिन हमारे देश के लिए ये बहुत बड़ा खतरा है. ये गतिविधियां जैसे सोने की तस्करी, नकली पैसों की छपाई, हथियारों और मादक पदार्थों की तस्करी आदि एक वास्तविक और वर्तमान खतरा हैं.
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इस दौरान पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उसपर निशाना साधते हुए अकबरउद्दीन ने कहा, कुछ लोग इस बारे में जानते हुए भी इसे संरक्षण दे रहे हैं. सैयद अकबरुद्दीन ने संयुक्त राष्ट्र से अपील की कि जैसे ISIL के खिलाफ संयक्त अभियाव चलाया गया वैसा ही अभियान दाऊद इब्राहिम और उनकी डी कंपनी के खिलाफ चलाने की जरूरत है.
Syed Akbaruddin, India’s Ambassador & Permanent Representative to United Nations in UN Security Council: In our region, we have seen the mutation of Dawood Ibrahim’s criminal syndicate into a terrorist network known as the D-Company. pic.twitter.com/5eQUI5XuLb
— ANI (@ANI) July 10, 2019
Syed Akbaruddin: D-Company’s illegitimate economic activities may be little known outside, but for us, such activities as gold smuggling, counterfeit currency, arms & drug trafficking from a safe haven that declines to acknowledge even his existence, are a real & present danger. https://t.co/i3jo81Ev6D
— ANI (@ANI) July 10, 2019
S Akbaruddin in UN Security Council: Success of collective action to denude ISIL is a pointer that Council’s focused attention can & does yield results. A similar degree of interest in addressing threats posed by proscribed individuals, such as Dawood Ibrahim & his D-Company.... pic.twitter.com/RUufyEhoyI
— ANI (@ANI) July 10, 2019
Syed Akbaruddin in UN Security Council: .....as well as proscribed entities, including the Jaish-e-Mohammad and Lashkar-e-Toiba, listed as affiliates of Al-Qaeda, under the 1267 sanctions regime, will serve all of us well. https://t.co/JzIm6t0dAT
— ANI (@ANI) July 10, 2019
इससे पहले विदेश मंत्रालय के सचिव रवीश कुमार ने दाऊद इब्राहिम को लेकर पाकिस्तान की सफाई पर जवाब दिया था. उन्होंने कहा था, आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं संभव नहीं है. दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) पाकिस्तान (Pakistan) में है. हमारे पास दाऊद इब्राहिम के ठिकाने की जानकारी है. पाकिस्तान झूठी कार्रवाई का दिखावा न करे. दाऊद पर कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान की दोहरी नीति है.
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रवीश कुमार ने आगे कहा था, यह मूलरूप से दोहरे मापदंड का मामला है. इससे पाकिस्तान की असलियत का पता चलता है. पाकिस्तान में आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने के उनके दावे चिंताजनक हैं. आप (पाकिस्तान) का दावा है कि आपने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई की है, लेकिन जब हम उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात करते हैं तो आप इनकार कर देते हैं.
बता दें, अमेरिकी सरकार ने लंदन की एक अदालत को जानकारी दी था कि भारत का सबसे वांछित आतंकवादी दाऊद इब्राहिम कास्कर पाकिस्तान में ही है. अमेरिकी सरकार की पुष्टि पाकिस्तान के झूठ को उजागर करती है. अमेरिकी सरकार ने ब्रिटिश कोर्ट को बताया कि अंडरवर्ल्ड डॉन का साम्राज्य कराची से बाहर स्थित है. अमेरिकी सरकार का आधिकारिक बयान लंदन में एक अदालत में दाऊद के शीर्ष सहयोगी जाबीर मोती के प्रत्यर्पण के मुकदमे की सुनवाई के दौरान दिया गया था.