दिल्ली दंगों (Delhi Riots) की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. दिल्ली पुलिस को जांच के दौरान पता चला है कि इन दंगों का निजामुद्दीन मरकज (Nizamuddin Markaz) कनेक्शन है, क्योंकि जिस स्कूल की छत से बड़ी गुलेल के जरिए एसिड बम आदि फेंके गए थे, उस स्कूल का मालिक निजामुद्दीन मरकज के प्रभावशाली लोगों के संपर्क में था. दिल्ली के न्यू मुस्तफाबाद इलाके के राजधानी पब्लिक स्कूल के बाहर 24 मार्च को हुए दंगे के मामले में भी क्राइम ब्रांच ने आज चार्जशीट दाखिल की.
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पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि दंगों का आरोपी फैसल फारूकी दिल्ली दंगों के वक़्त अब्दुल अलीम नाम के एक शख्स के संपर्क में था. अब्दुल अलीम मौलाना साद के बेहद करीबियों में से एक हैं. दिल्ली पुलिस की चार्जशीट की मानें तो दिल्ली दंगों के तार पीएफआई, पिंजरा तोड़ और जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी से जुड़े हैं. अब तब्लीगी मरकज का कनेक्शन भी सामने आ रहा है. साफ है कि दिल्ली की यह हिंसा सुनियोजित साजिश का नतीजा है. कड़कड़डुमा कोर्ट इस चार्जशीट पर 17 जून को संज्ञान लेगी.
न्यू मुस्तफाबाद इलाके के राजधानी पब्लिक स्कूल के बाहर 24 मार्च को हुए दंगे के मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से दायर की गई चार्जशीट के अनुसार, राजधानी पब्लिक स्कूल के मालिक फैसल फारूकी सहित 18 लोगो को आरोपी बनाया है. स्कूल के छत से पुलिस को लोहे की बड़ी गुलेल मिली थी, जिससे कई मीटर दूर तक हमला किया जा सकता था. चार्जशीट के मुताबिक, राजधानी स्कूल का मालिक फैसल फारूकी पीएफआई, पिंजरा तोड़, जामिया को ऑर्डिनेशन कमिटी, हज़रत निज़ामुद्दीन मरकज़ से ज़ुड़े लोगों के संपर्क में था. फैसल फारूकी दंगे से एक दिन पहले देवबंद गया था, जिससे यह दंगा गहरी साजिश की और इशारा करता है.
उपद्रवियों ने राजधानी पब्लिक स्कूल में घुसकर इसकी छत से गोलियां चलाई थीं. पेट्रोल बम, पत्थर और एसिड बम इस स्कूल की छत से फेंके गए थे. उपद्रवियों ने राजधानी स्कूल के साथ लगे डीआरपी कॉन्वेंट स्कूल में उतरने के लिए रस्सियों का इस्तेमाल किया था.
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दिल्ली पुलिस की चार्जशीट की मानें तो दिल्ली दंगों के तार पीएफआई, पिंजरा तोड़ और जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी से जुड़े हैं. अब तब्लीगी मरकज का कनेक्शन भी सामने आ रहा है. साफ है कि दिल्ली की यह हिंसा सुनियोजित साजिश का नतीजा है. कड़कड़डुमा कोर्ट इस चार्जशीट पर 17 जून को संज्ञान लेगी.
Source : News Nation Bureau