जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने मीडिया के एक वर्ग पर पिछले महीने तबलीगी जमात के कार्यक्रम को ले कर सांप्रदायिक नफरत फैलाने का आरोप लगाया और उच्चतम न्यायलय (Supreme Court) का रुख कर केंद्र सरकार को दुष्प्रचार रोकने का निर्देश देने और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की है. जमीयत उलेमा-ए-हिंद और उसके कानूनी प्रकोष्ठ के सचिव की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि तबलीगी जमात की दुर्भाग्यपूर्ण घटना का इस्तेमाल पूरे मुस्लिम समुदाय (Muslim Community) को दोष देने में किया जा रहा है.
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पिछले महीने निजामुद्दीन मरकज (Nizamuddin Markaz) में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में कम से कम 9,000 लोगों ने भाग लिया था. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) के कुल 4,000 से अधिक मामलों में से 1,445 मामले तबलीगी जमात (Tablighi Jammat) के कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों से जुडे़ हैं.
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बता दें कि दिल्ली में तब्लीग़ी जमात के मामले का खुलासा होने के बाद देश भर में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले अचानक से बढ़ गए. केवल दिल्ली में यह संख्या 525 हो गई हैं, जिनमे से 329 केवल तबलीगी जमात से हैं. दिल्ली में इसके संक्रमण से 7 लोगों की मौत हो चुकी है. पूरे देश में तबलीगी जमात और उनके संपर्क में आए 25 हजार लोगों को क्वारंटाइन किया गया है. जमात के लोग हरियाणा के जिन 5 गांवों में गए थे, उन गांवों को भी सील कर दिया गया है.
(With PTI-Bhasha Inputs)
Source : News Nation Bureau