तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी और उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने दो वर्षीय सुजीत विलसम के प्रति उसके आवास पर शोक व्यक्त किया है. सुजीत की मंगलवार को मौत हो गई. सुजीत 25 अक्टूबर को बोरवेल में गिर गया था. उसे बचाने की काफी कोशिश की गई. लेकिन उसे सही सलामत वापस नहीं निकाल पाया. सुजीत तिरुचिरापल्ली के नादुकट्टुपति में बोरवेल में गिरने से उसकी जान चली गई. सुजीत को पिछले 5 दिनों से बचाने का प्रयास किया जा रहा था. लेकिन उसे बचा पाने में सफलता नहीं मिली.
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Tamil Nadu: Chief Minister Edappadi K Palaniswami and Deputy Chief Minister O Panneerselvam paid condolences to 2-year-old #SujithWilson at his residence. Sujith lost his life after he fell into a borewell in Nadukattupatti, Tiruchirappalli on 25th October. pic.twitter.com/6NOwAFtZVV
— ANI (@ANI) October 29, 2019
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बच्चे सुजीत की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि यह सुनकर बहुत दुख हुआ. मेरी संवेदनाएं उसके परिवार और उसके माता पिता के साथ हैं.
I’m sorry to hear about the passing of baby Sujith. My condolences to his grieving parents and his family.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 29, 2019
#RIPSujith
तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में बोरवेल में तीन दिन से फंसे दो साल के बच्चे सुजीत विल्सन की मौत हो गई. बोरवेल से बॉडी निकाली गई तो आसपास दुर्गंध फैल गया. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि उसकी मौत पहले ही हो गई थी. एनडीआरएफ की टीम ने बच्चे को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में सरकारी खानापूर्ति के बाद शव को उसके घर ले जाया गया. सुजीत का शव देख घरवालों की हालत खराब हो गई. उन्हें संभालना मुश्किल हो गया. राज्य सरकार के परिवहन मंत्री जे. राधाकृष्णन ने यह जानकारी दी.
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पिछले 25 अक्टूबर को शाम 5:30 बजे बोरवेल में बच्चे के गिरने के बाद से लगातार 80 घंटों से भी अधिक समय तक उसे बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चला. लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. सुजीत विल्सन बच्चों के साथ वहां खेल रहा था. खेलते-खेलते वह 88 फीट गहरे बोरवेल में जा गिरा. सुजीत को बचाने के लिए एनडीआरफ की 6 टीमें लगाई गई थीं. एनडीआरएफ के अलावा एसडीआरएफ की टीमें भी जुटी थीं. तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम खुद पूरे ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे. पनीरसेल्वम ने सोमवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात भी की थी.