तमिलनाडु विधानसभा में हिंसा और हंगामें के बीच पलानीसामी ने बहुमत साबित कर दिया। जिसपर पूर्व मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम ने विरोध जताते हुए कहा कि जल्द ही अम्मा (जयललिता) का राज आएगा। उन्होंने कहा, 'द्रविड़ मुनेत्र कषगम् (डीएमके) विधायक लगातार 3 घंटे तक लोकतंत्र को बचाने की अपील करते रहे लेकिन हम सबकी अनुपस्थिति में विश्वास मत साबित कर दिया गया।'
एआईएडीएमके के बागी नेता पन्नीरसेल्वम ने कहा, 'जिस परिवार को अम्मा ने पार्टी से निकाल दिया था, वह दोबारा आ गया, जल्दी ही अम्मा का राज आएगा।' उन्होंने कहा, 'हमने स्पीकर के सामने दो मांग रखी थी, एक विधायकों को उनसे विधानसभा क्षेत्र भेजा जाए, लेकिन स्पीकर ने सुना नहीं।'
उन्होंने आगे कहा कि हम वापस अपने विधानसभा क्षेत्र जाएंगे और सच्चाई का पता लगाएंगे, विधायकों ने मतदाताओं को धोखा दिया है।
वहीं पन्नीरसेल्वम गुट के नेता पांडियाराजन ने कहा, 'लगातार धमकियां और अभद्र भाषा का प्रयोग किया जा रहा था, अगर सीक्रेट वोटिंग कराई जाती तो स्थिति कुछ और होती।'
विधानसभा में हुई वोटिंग में पलानीसामी के समर्थन में 122 मत पड़े, जबकि बहुमत के लिए 118 मतों की जरूरत थी। वोटिंग के दौरान डीएमके के विधायकों को विधानसभा से बाहर निकाल दिया गया जबकि कांग्रेस के नेताओं ने वॉकआउट किया। दोनों दल सीक्रेट वोटिंग की मांग कर रहे थे। जिसे स्पीकर ने खारिज कर दिया।
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Source : News Nation Bureau