तमिलनाडु सरकार ने जे जयललिता से जुड़ी मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक करते हुए कहा है कि इस रिपोर्ट से जाहिर होता है कि उन्हें सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई गई।
तमिलनाडु सरकार ने कहा कि उसने अपोलो और एम्स की ओर से आई रिपोर्ट को सार्वजनिक इसलिए किया ताकि जयललिता के निधन को लेकर जो आशंकाएं चल रही है, उस पर विराम लग जाए।
तमिलनाडु सरकार ने कहा, 'मेडिकल रिपोर्ट से यह साफ है उन्हें सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई गई।'
इन मेडिकल रिपोर्ट्स को सार्वजनिक करने के बाद तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन ने कहा, 'यह रिपोर्ट अपने आप में सबकुछ बयां करता है। कोई भी सूचना छिपाई नहीं गई है। अब किसी आशंका का सवाल नहीं है।'
इससे पहले एम्स ने सोमवार को दिवंगत जे. जयललिता से जुड़ी चिकित्सा रिपोर्ट तमिलनाडु सरकार को सौंप दी। निधन से पहले जब जयललिता अस्पताल में भर्ती थीं, तब एम्स के विशेषज्ञों ने पांच बार चेन्नई का दौरा किया था।
जयललिता का बीते छह दिसंबर को निधन हो गया था। उन्हें बुखार और डिहाइड्रेशन के कारण 22 सितंबर को अस्पताल में दाखिल कराया गया था।
एम्स ने तमिलनाडु सरकार के आग्रह पर विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह के लिए पल्मोनोलोजी विभाग के प्रोफेसर जी.सी. खिलनानी के नेतृत्व में पांच अक्टूबर, 2016 से छह दिसंबर के बीच पांच बार वरिष्ठ विशेषज्ञों की एक टीम भेजी थी।
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तमिलनाडु सरकार ने पांच मार्च को को आधिकारिक रिकॉर्ड के लिए एम्स से उसके विशेषज्ञों के 'दौरों की रिपोर्ट' सौंपने का आग्रह किया था। यह घटनाक्रम पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम के समर्थकों की इन मांगों के बीच सामने आया है कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि जयललिता के मौत में कोई साजिश तो नहीं हुई है।
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Source : News Nation Bureau