तमिलनाडु की राजनीति में प्रवेश करने के बाद रजनीकांत ने पहली बार राजनीतिक भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राजनीति की डगर बेहद मुश्किल है। राजनीति एक ऐसा रास्ता है जहां सांप, कांटें और परेशानियां हैं।
इस दौरान उन्होंने कहा, 'जयललिता अब नहीं रहीं, करुणानिधि बीमार हैं। तमिलनाडु को एक नेता की जरूरत है। मैं आऊंगा और इस खाली हुई जगह को भर दूंगा। इस वक्त भगवान मेरी तरफ हैं।'
लोगों को संबोधित करने अपने संबोधन से पहले रजनीकांत ने तमिलनाडू के लोकप्रिय नेता और भूतपूर्व मुख्यमंत्री एमजीआर की प्रतिमा का अनावरण किया।
रजनीकांत ने साथ ही अपने चाहने वालों को चेताया है, 'मुझे लगता है कि मेरे प्रशंसकों ने जो बैनर खड़े किए हैं, उनसे सार्वजनिक कार्यों में बाधा आ रही है और यह हाई कोर्ट के आदेश का उल्लंघन हैं। मैं प्रशंसकों से अनुरोध करता हूं कि वे ऐसी गतिविधियों में शामिल न हों।'
रजनीकांत ने एमजीआर एजुकेशनल एंड रिसर्च इंस्टिट्यूट में मौजूद वहां के छात्रों को संबोधित किया। रजनीकांत पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामाचंद्रन (एमजीआर) से प्रभावित हैं और उन्हीं की तरह शासन करना चाहते हैं।
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Source : News Nation Bureau