पुडुचेरी के विशेष रेजिडेंट कमिश्नर कृष्ण कुमार सिंह यहां बुधवार को तेलंगाना के राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सौंदरराजन से मिले. सिंह ने राष्ट्रपति की ओर से जारी वह पत्र सौंपा, जिसमें उन्हें किरण बेदी की जगह केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल का अतिरित कर्तव्य निर्वहन के लिए कहा गया है. राज्यपाल के सचिव ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि रेजिडेंट कमिश्नर ने राज्यपाल से राजभवन में मुलाकात की और उन्हें 'वारंट ऑफ अपॉइंटमेंट' सौंपा. तमिलिसाई सौंदरराजन ने ट्वीट किया, "भारत के माननीय राष्ट्रपति से पुडुचेरी के उपराज्यपाल के कार्यो के निर्वहन के लिए नियुक्ति पत्र प्राप्त कर प्रसन्नता हुई."
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार रात किरण बेदी को पुडुचेरी के उपराज्यपाल के पद से हटाकर तेलंगाना के राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन को एक स्थायी प्रतिस्थापन की घोषणा होने तक उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया. किरण बेदी का मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी के साथ अनबन तब से चल रही है, जब उनकी नियुक्ति पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में हुई थी.
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पिछले एक महीने के दौरान चार विधायकों के इस्तीफे के बाद पुडुचेरी की कांग्रेस सरकार पर संकट आने के बीच यह फैसला लिया गया है. विपक्ष का दावा है कि नारायणसामी के नेतृत्व वाली सरकार एक के बाद एक विधायकों के इस्तीफे से अल्पमत में आ गई है. हालांकि सत्तारूढ़ दल ने इसका खंडन किया है.
पुडुचेरी की उपराज्यपाल पद से हटाए जाने के बाद, किरण बेदी ने कहा कि उन्होंने समर्पित भाव के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया और संवैधानिक और नैतिक जिम्मेदारियों को पूरा किया. उन्होंने बतौर पुडुचेरी की सेवा करने का अनुभव देने के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया.
बेदी ने बुधवार को ट्वीट किया, "उन सभी को धन्यवाद, जो पुडुचेरी की उपराज्यपाल के रूप में मेरी यात्रा के दौरान साथ रहे. पुडुचेरी की जनता और सभी लोक अधिकारियों का धन्यवाद."
केंद्र शासित प्रदेश में कांग्रेस सरकार के संकट के बीच मंगलवार रात उपराज्यपाल पद से 71 वर्षीय बेदी को हटा दिया गया था. पिछले एक महीने के दौरान चार विधायकों के विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद सरकार अल्पमत में आ गई.
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पूर्व आईपीएस अधिकारी ने अपने ट्वीट के साथ एक बयान भी पोस्ट किया. उन्होंने कहा, "मैं उपराज्यपाल के रूप में पुडुचेरी की सेवा का जीवन भर का अनुभव प्रदान करने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद देती हूं."
बेदी ने कहा, "मैं उन सभी का भी शुक्रिया अदा करती हूं जिन्होंने मेरे साथ मिलकर काम किया. मैं गहरे संतोष के साथ कह सकती हूं कि 'टीम राजनिवास' ने जनहित की सेवा में लगन से काम किया."
अपनी नियुक्ति के बाद से मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी के साथ टकराव में शामिल बेदी ने कहा, "जो कुछ भी किया गया, वह एक संवैधानिक कर्तव्य था, जो मेरी संवैधानिक और नैतिक जिम्मेदारियों को पूरा करता है."
नारायणसामी ने बेदी को हटाए जाने का स्वागत किया है और इसे लोगों की जीत करार दिया है. पिछले एक महीने के दौरान चार विधायकों के इस्तीफे के बाद, कांग्रेस सरकार 30 सदस्यीय विधानसभा में 14 विधायकों के साथ रह गई है.
हालांकि, नारायणसामी ने इस बात से इनकार किया है कि उनकी सरकार अल्पमत में आ गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अन्य दलों के विधायकों को लुभाने के लिए ऑपरेशन कमल चला रही है. इस साल मई में पड़ोसी राज्य तमिलनाडु और केरल के चुनावों के साथ पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
(IANS इनपुट के साथ)
Source : News Nation Bureau