पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने तमिलनाडु विधानसभा अध्यक्ष के अन्नाद्रमुक (एआईएडीएमके) के 18 विधायकों को अयोग्य करार दिए जाने के फैसले पर निशाना साधा है।
चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, '18 विधायकों को इसलिए अयोग्य करार दिया गया ताकि पहले से लकवाग्रस्त तमिलनाडु की सरकार के लिए बहुमत का इंतजाम किया जा सके।'
उन्होंने कहा, 'तमिलनाडु की राजनीतिक बेतुके लोगों का थिएटर बन चुका है।'
चिदंबरम ने कहा, 'अगर तमिलनाडु के विधानसभा अध्यक्ष सही हैं, तो एक विधायक दल के किसी निर्वाचित नेता को असहमत विधायकों द्वारा बदला नहीं जा सकता? एक बार निर्वाचित होने पर, पांच वर्षो तक मुख्यमंत्री।'
चिदंबरम ने कहा, 'राज्यपाल से इस मामले में कार्रवाई किए जाने की मांग की जा रही थी लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। वहीं स्पीकर से इस मामले में संयम बरते जाने की अपील की गई थी लेकिन उन्होंने कार्रवाई कर दी। तमिलनाडु की राजनीति ट्रेजिक-कॉमेडी है।'
गौरतलब है कि तमिलनाडु विधानसभा अध्यक्ष ने सोमवार को दल बदल विरोधी कानून के तहत दिनाकरन गुट के 18 विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी थी।
अन्नाद्रमुक के ये विधायक शशिकला के समर्थक थे और मुख्यमंत्री पलनीस्वामी और पूर्व मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम का विरोध कर रहे थे।
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अन्नाद्रमुक के पलनीस्वामी और पन्नीरसेल्वम धड़े के मिल जाने के बाद पार्टी के 19 विधायकों ने तमिलनाडु के राज्यपाल सी विद्यासागर राव से मिलकर मुख्यमंत्री पलनीस्वामी की सरकार से समर्थन वापस लेने की चिट्ठी सौंपीं थी, जिसमें 18 की सदस्यता रद्द कर दी गई है।
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HIGHLIGHTS
- AIADMK के 18 विधायकों की सदस्यता रद्द किए जाने के फैसले पर चिदंबरम का निशाना
- चिदंबरम ने कहा कि विधायकों को अयोग्य करने का फैसला AIADMK की सरकार के लिए बहुमत जुटाने के लिए किया गया
Source : News Nation Bureau